विकासनगरः कालसी ब्लॉक में छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है. मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने उप शिक्षा अधिकारी चकराता को जांच अधिकारी नामित किया है. साथ ही 15 दिन के भीतर जांच आख्या पेश करने को कहा है.
जानकारी के मुताबिक, बीते कुछ पहले कालसी ब्लॉक के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय पानुवा के प्रधानाध्यापक पर छात्राओं ने छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था. इसका खुलासा छात्राओं ने विद्यालय से 8वीं पास करने के बाद किया था. छात्राओं ने राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में प्रवेश लिया फिर यहां की शिक्षिकाओं को पुराने स्कूल के प्रधानाध्यापक की करतूत बताई.
छात्राओं ने आरोप लगाते हुए बताया कि राउप्रावि पानुवा का प्रधानाध्यापक उन्हें अपने कक्ष में बुलाता था. साथ ही गलत तरीके से उन्हें टच करने की कोशिश करता था. इसके अलावा गलत हरकतें भी करता था. आरोप है कि किसी को बताने पर प्रधानाध्यापक उन्हें पीटने से लेकर फेल करने की धमकी देता था. जिसके डर से छात्राएं चुपचाप सहती रही. जब छात्राओं 8वीं पास कर स्कूल से बाहर निकली तो आपबीती बताई.
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वहीं, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में प्रवेश लेने के बाद छात्राओं ने प्रधानाचार्य को पुराने स्कूल के प्रधानाध्यापक के घिनौने हरकत के बारे में बताया. जिसे सुनकर वो भी हैरान रह गईं. उन्होंने इसकी जानकारी उप शिक्षा अधिकारी कालसी को दी. उप शिक्षा अधिकारी कालसी ने पूरे प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत को दी.
डीईओ ने बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रधानाध्यापक पर लगे आरोप सही पाए गए है. जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही उप शिक्षा अधिकारी चकराता पूजा नेगी दानू को विशिष्ट जांच कर 15 दिन में जांच आख्या पेश करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही शिक्षक का पक्ष जानने को भी कहा गया है. वहीं, निलंबित प्रधानाध्यापक को उप शिक्षा अधिकारी चकराता के सम्बद्ध किया गया है.