देहरादून: शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने हरकी पैड़ी पर मां गंगा के नाम के आगे जुड़ा स्कैप चैनल शब्द हटाये जाने को लेकर बैठक की थी. इसपर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा है कि बैठक के बाद भी यह तय नहीं हुआ कि इस शासनादेश तो कब निरस्त किया जाएगा और नया आदेश कब जारी होगा. इस बैठक में मात्र अधिकारियों की उपस्थिति के सिवा कुछ नहीं हुआ.
मदन कौशिक की इस बैठक पर तंज कसते हुये हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार में हरकी पैड़ी पर मां गंगा को शासनादेशों में स्कैप चैनल किए जाने के फैसले के बाद संत समाज लगातार नाम बदलने को लेकर मांग उठा रहा है, जिस पर मौजूदा भाजपा सरकार द्वारा शुरू से ही इसे बदलने की बात कही जा रही है. अबतक इसपर निर्णायक रूप से कोई फैसला नहीं आया है.
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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक की बैठक का उन्हें कोई औचित्य नजर नहीं आया. इस बैठक में केवल अधिकारियों की उपस्थिति मात्र हुई, लेकिन बैठक के बाद कोई फैसला नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि यह बैठक ऐसी है, जैसे 'खोदा पहाड़ निकली चुहिया'. उन्होंने मदन कौशिक के पिछली सरकार को कोसे जाने पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने पाप किया है, तो मौजूदा भाजपा सरकार भी पिछले 3 सालों से लगातार इस पाप की भागीदार बनी हुई है.
गौर हो कि हरिद्वार में गंगा स्कैप चैनल के मामले में त्रिवेंद्र सरकार पूर्व की तत्कालीन हरीश रावत सरकार के फैसले को बदलने की तैयारी में जुटी हुई है. शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने उत्तराखंड विधानसभा में सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी और आवास विकास के अधिकारियों के साथ मीटिंग की. इसमें गंगा के नाम से जुड़ा स्कैप चैनल शब्द हटाने को लेकर चर्चा की. बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने फैसला लिया है कि हरकी पैड़ी पर बहने वाली पतित पावनी मां गंगा की धारा अविरल है और शासनदेश से गंगा के नाम के आगे से जुड़ा स्कैप चैनल शब्द हटाया जाएगा.