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त्रिवेंद्र सरकार बनाम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां: 'महिलाओं की आत्महत्या की सरकार होगी जिम्मेदार'

राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने की मांग को लेकर आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अब सरकार को चेतावनी दी है. कहा है कि यदि हमारे में से कोई आत्महत्या करता है तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी.

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त्रिवेंद्र सरकार बनाम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां
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Published : Jan 2, 2020, 5:08 PM IST

Updated : Jan 2, 2020, 5:51 PM IST

देहरादूनः प्रदेशभर में चल रहा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का आंदोलन अब गंभीर रूप लेने लगा है. कार्यकत्रियों का आरोप है कि सरकार लगातार उनकी अनदेखी कर रही है. राज्य कर्मचारी घोषित करने समेत कई मांगों को लेकर आंदोलनरत इन कार्यकत्रियों ने सरकार पर काम से निलंबित करने का धमकी देने का भी आरोप लगाया है. अब उग्र तेवरों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि यदि कोई कार्यकर्ता आत्महत्या कर ले तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का आंदोलन.


आंगनबाड़ी कार्यकत्री मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि बीते कई दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां धरने पर डटी हुई हैं. जबकि, सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. अब सरकार और विभाग उनके आंदोलन को तोड़ने के प्रयास में लग गई है. विभाग के माध्यम से सरकार कार्यकत्रियों को धमका रही है और सस्पेंड करने की भी धमकी दे रही है.

पढ़ेंः नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : NOIDA में प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है दुनिया का सबसे बड़ा चरखा

रेखा नेगी का कहना है कि जब विभाग ने एक कार्यकत्री का सस्पेंशन लेटर बना दिया है तो सभी आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सस्पेंशन लेटर बनाए जाएं. अन्यथा सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों सामूहिक त्यागपत्र देने को बाध्य हो जायेंगी. ऐसे हालात में कई महिलाएं आत्महत्या करने की बात कर रही हैं, अगर ऐसा होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी. इसके विरोध में आगामी 4 जनवरी को एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा.

देहरादूनः प्रदेशभर में चल रहा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का आंदोलन अब गंभीर रूप लेने लगा है. कार्यकत्रियों का आरोप है कि सरकार लगातार उनकी अनदेखी कर रही है. राज्य कर्मचारी घोषित करने समेत कई मांगों को लेकर आंदोलनरत इन कार्यकत्रियों ने सरकार पर काम से निलंबित करने का धमकी देने का भी आरोप लगाया है. अब उग्र तेवरों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का कहना है कि यदि कोई कार्यकर्ता आत्महत्या कर ले तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का आंदोलन.


आंगनबाड़ी कार्यकत्री मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि बीते कई दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां धरने पर डटी हुई हैं. जबकि, सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. अब सरकार और विभाग उनके आंदोलन को तोड़ने के प्रयास में लग गई है. विभाग के माध्यम से सरकार कार्यकत्रियों को धमका रही है और सस्पेंड करने की भी धमकी दे रही है.

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रेखा नेगी का कहना है कि जब विभाग ने एक कार्यकत्री का सस्पेंशन लेटर बना दिया है तो सभी आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सस्पेंशन लेटर बनाए जाएं. अन्यथा सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों सामूहिक त्यागपत्र देने को बाध्य हो जायेंगी. ऐसे हालात में कई महिलाएं आत्महत्या करने की बात कर रही हैं, अगर ऐसा होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी. इसके विरोध में आगामी 4 जनवरी को एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा.

Intro:राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत आंगनबाडी कार्यकर्ताओं ने सरकार पर उनके आंदोलन को तोड़ने की साजिश का आरोप लगाया है, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि कोई आंगनबाड़ी कार्यकत्री आत्महत्या करती है तो उसकी जिम्मेदार सरकार है।
summary- बीते कई दिनों से परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर धरना दे रही आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि किसी आंगनवाड़ी कार्यकत्री ने आत्महत्या की तो उसकी समस्त जिम्मेवारी सरकार की होगी।


Body:आंगनवाड़ी कार्यकत्री मिनी सेविका कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि बीते कई दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों धरने पर बैठी हुई हैं जबकि सरकार उनकी मांगों को अनसुना करने पर लगी हुई है वहीं सरकार और विभाग उनके धरने को तोड़ने का वर्कर्स प्रयास कर रहे हैं। सरकार विभाग के माध्यम से कार्यकत्रियों को धमका रही है और उन्हें सस्पेंड करने का दबाव डाल रही है। जब विभाग ने एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री के सस्पेंशन लेटर बना दिए हैं तो सभी आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के सस्पेंशन लेटर बनाए जाएं। अन्यथा सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों सामूहिक त्यागपत्र देने को बाध्य हो जायेंगी। देखा नहीं क्या अनुसार कायदा यह बनता है कि जब आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों कार्य बहिष्कार पर हैं तो विभाग को मानदेय के अनुसार उनका वेतन काटना चाहिए। विभागीय अधिकारी जबरन उनके ऊपर सस्पेंड करने का दबाव बना रहे हैं ऐसे में कई महिलाएं आत्महत्या करने की बात कर रही हैं इसके विरोध में आगामी 4 तारीख को एक विशाल रैली का आयोजन किया जा रहा है ।
बाईट- रेखा नेगी , प्रदेश अध्यक्ष ,आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका मिनी कर्मचारी संगठन


Conclusion:दरअसल आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने और उनको राज्य अधीन सेवा योजना के तहत हित लाभ प्रदान किए जाने की मांग को लेकर क्रमिक अनशन और धरने पर बैठी हुई हैं। आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार पर उनके आंदोलन को तोड़ने की साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने चेतावनी दी कि इसके विरोध में और अपनी मांगों को लेकर आगामी 4 जनवरी को संगठन की ओर से एक महारैली का आयोजन कर मुख्यमंत्री आवास घेराव किया जाएगा।
Last Updated : Jan 2, 2020, 5:51 PM IST
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