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13 साल से अधर में लटका अस्पताल का निर्माण, ग्रामीण ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार

क्वासी क्षेत्र में एक करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाला स्वास्थ्य केंद्र 13 साल बीत जाने के बाद भी अधूरा है. इस अधूरे निर्माण कार्य के लिए स्थानीय लोगों ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप भी लगाए हैं.

क्वासी क्षेत्र में बना अस्पताल.
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Published : Jun 1, 2019, 12:41 PM IST

Updated : Jun 1, 2019, 1:24 PM IST

विकासनगर: चकराता से लगभग 40 किलोमीटर दूर क्वासी क्षेत्र में साल 2005-06 में एक करोड़ की लागत से सरकारी अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. वहीं, प्रशासन की उदासीनता के चलते अस्पताल का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. ग्रामीणों ने इस अधूरे निर्माण कार्य के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है.

क्वासी क्षेत्र में साल 2005-06 में तत्काल सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए एक करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी, जिसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया. लेकिन, 13 साल बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है.

क्वासी क्षेत्र में बना अस्पताल.

व्यापार मंडल अध्यक्ष सूर्यपाल चौहान ने बताया कि क्वासी क्षेत्र 40-50 गांव का केंद्र बिंदु है. अस्पताल स्वीकृत होने पर लोगों को उम्मीद थी कि अब मरीजों को 100 किलोमीटर दूर जाने की जरूरत नहीं होगी, लेकिन सरकार और विभाग की उदासीनता के कारण 4000 आबादी वाले क्षेत्र में आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा बना हुआ है. स्थानीय लोगों के अनुसार, कई बार सीएमओ को इस बारे में लिखित रूप से अवगत कराया गया लेकिन मामले में कोई भी सुनवाई नहीं हुई.

ये भी पढ़ें: खत्म होती जा रही है दून की 'पहचान', लीची की पैदावार में आई भारी गिरावट

स्थानीय ग्रामीण नरेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे क्षेत्र का ये बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि चपाता के दूरस्थ क्षेत्र क्वासी में अस्पताल का निर्माण काफी लंबे समय से अधूरा पड़ा है. साथ ही प्रशासन को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि क्षेत्र के कुछ बुद्धिजीवियों ने सीएमओ देहरादून को इस संबंध में अवगत कराया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.

राजस्थानी निवासी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि 3035 गांव का केंद्र बिंदु होने के बावजूद भी यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का बड़ा टोटा है. साथ ही ईटीवी भारत के माध्यम से सरकार से अपील की कि चकराता क्षेत्र के सभी अस्पतालों में ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जहां पर लोगों को फर्स्ट एड के साथ साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके.

विकासनगर: चकराता से लगभग 40 किलोमीटर दूर क्वासी क्षेत्र में साल 2005-06 में एक करोड़ की लागत से सरकारी अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू किया गया था. वहीं, प्रशासन की उदासीनता के चलते अस्पताल का कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. ग्रामीणों ने इस अधूरे निर्माण कार्य के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है.

क्वासी क्षेत्र में साल 2005-06 में तत्काल सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए एक करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी, जिसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया. लेकिन, 13 साल बीत जाने के बाद भी स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है.

क्वासी क्षेत्र में बना अस्पताल.

व्यापार मंडल अध्यक्ष सूर्यपाल चौहान ने बताया कि क्वासी क्षेत्र 40-50 गांव का केंद्र बिंदु है. अस्पताल स्वीकृत होने पर लोगों को उम्मीद थी कि अब मरीजों को 100 किलोमीटर दूर जाने की जरूरत नहीं होगी, लेकिन सरकार और विभाग की उदासीनता के कारण 4000 आबादी वाले क्षेत्र में आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा बना हुआ है. स्थानीय लोगों के अनुसार, कई बार सीएमओ को इस बारे में लिखित रूप से अवगत कराया गया लेकिन मामले में कोई भी सुनवाई नहीं हुई.

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स्थानीय ग्रामीण नरेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे क्षेत्र का ये बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि चपाता के दूरस्थ क्षेत्र क्वासी में अस्पताल का निर्माण काफी लंबे समय से अधूरा पड़ा है. साथ ही प्रशासन को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि क्षेत्र के कुछ बुद्धिजीवियों ने सीएमओ देहरादून को इस संबंध में अवगत कराया था, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.

राजस्थानी निवासी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि 3035 गांव का केंद्र बिंदु होने के बावजूद भी यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का बड़ा टोटा है. साथ ही ईटीवी भारत के माध्यम से सरकार से अपील की कि चकराता क्षेत्र के सभी अस्पतालों में ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जहां पर लोगों को फर्स्ट एड के साथ साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके.

Intro:चकराता से लगभग 40 किलोमीटर दूरस्थ क्वासी क्षेत्र में वर्ष 2005 -6 में सरकार द्वारा एक करोड़ की लागत से अस्पताल का निर्माण शुरू कराया गया था बिल्डिंग बनकर कर तैयार ग्रामीणों के अनुसार निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ सरकार और विभाग को ठहराया जिम्मेदार


Body:यूं तो जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं का बुरा हाल है लेकिन क्वासी क्षेत्र मैं वर्ष 2005-6में तत्काल सरकार द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए एक करोड़ स्वीकृत किए गए थे जिसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था लेकिन सरकार और विभाग की उदासीनता के चलते आज भी कार्य पूर्ण नहीं हुआ है क्वासी बाजार के व्यापार मंडल अध्यक्ष सूर्यपाल चौहान ने बताया कि क्वार्सी क्षेत्र 40 -50 गांव का केंद्र बिंदु है अस्पताल स्वीकृत होने पर लोगों को लगा था कि अब मरीजों को डेट 100 किलोमीटर के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे लेकिन सरकार और विभाग की उदासीनता के कारण 4000 आबादी वाले क्षेत्र को आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं का टोटा बना हुआ है मरीजों को 150 किलोमीटर दूर विकासनगर की दौड़ लगाने को विवश होना पड़ रहा है कहा कि कई बार सीएमओ को इस बारे में लिखित रूप से अवगत भी करा चुके हैं बावजूद इसके आज तक कुछ भी कार्रवाई नहीं हुई मामला जस के तस पड़ा हुआ है.
वहीं स्थानीय ग्रामीण नरेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे क्षेत्र का ये बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि चपाता के दूरस्थ क्षेत्र कौन सी में अस्पताल का निर्माण के इतने लंबे समय के अंतराल पर भी आधा अधूरा पड़ा है अभी तक पूर्ण रूप से तैयार नहीं हुआ है बताया कि क्षेत्र के कुछ बुद्धिजीवियों द्वारा सीएमओ देहरादून को विश संबंध में अवगत कराया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं उन्होंने शासन प्रशासन को भी इसमें जिम्मेवार ठहराया है
राजस्थानी निवासी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि 3035 गांव का केंद्र बिंदु होने के बावजूद भी यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का बड़ा टोटका है सरकार को ईटीवी भारत के माध्यम से अपील करता हूं कि चकराता क्षेत्र के सभी अस्पतालों में ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जहां पर लोगों को फर्स्ट एड के साथ साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो सके


Conclusion:सरकार के द्वारा एक करोड़ की लागत से बनाया गया यह अस्पताल महज शोपीस बनकर रह गया है लोगों में सरकार और स्वास्थ्य विभाग के प्रति काफी रोष देखने को मिला है अब देखने वाली बात यह है कि आखिर कब तक गांव के लोग को इस अस्पताल की सुविधाएं मिलना शुरू हो पाएगी
Last Updated : Jun 1, 2019, 1:24 PM IST
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