देहरादून: उत्तराखंड में आगामी 25 अप्रैल से 'गोल्ज्यू संदेश यात्रा' शुरू होने जा रही है. यात्री को लेकर अपनी धरोहर सोसायटी ने एक वेबसाइट लॉन्च की. इस दौरान इस मुहिम के मकसद को समझाया गया. इस यात्रा का शुभारंग बोना गांव (धरतीधार) में ध्वज पूजन के बाद किया जायेगा. वहीं, इस कार्यक्रम में संस्था के अध्यक्ष सेवानिवृत्त आईपीएस गणेश सिंह मर्तोलिया और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे.
वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम से जुड़े लोगों तो अध्यक्ष (सेवानिवृत्त आईपीएस) गणेश सिंह मर्तोलिया ने बताया कि वेबसाइट माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त की जा सकेंगी और यात्रा से जुड़े लोगों के सुझाव भी प्राप्त होंगे. उन्होंने बताया कि गोल्ज्यू संदेश यात्रा के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में आंशिक संशोधन हुआ है. इस यात्रा का शुभारंग 25 अप्रैल को बोना गांव (धरतीधार) में ध्वज पूजन के बाद किया जायेगा.
यात्रा संचालन के लिए अध्यक्ष व सचिव ने यात्रा संयोजक मंडल नियुक्त किया है. यात्रा सचिव विजय भट्ट ने बताया कि अपनी धरोहर संस्था और सभी के सहयोग से उत्तराखंड की लोक संस्कृति से जुड़ी इस यात्रा को भव्य बनाने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास में हम सभी का योगदान संभव हो. उत्तराखंड की संस्कृति का संरक्षण व संवर्द्धन हो सके. इस यात्रा का उद्देश्य रोजगार, शिक्षा, चिकित्सा और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए सभी को सहभागी बनाना है.
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अपनी धरोहर सोसाइटी की मकसद उत्तराखंड की पहचान और विरासत को जीवंत रखने वाले कलाकारों की पहचान करना और उनकी कला को रोजगार परक बनाना है. यात्रा प्रत्येक पड़ाव में गोल्ज्यूकि पंचैत (गोष्ठी) का आयोजन कर स्थानीय आवश्यकताओं, उपलब्धता और अभावों की जानकारी इकट्ठी की जाएगी. उसके बाद समाधान का प्रयास किया जाएगा.