देहरादून: प्रदेश में चारधाम के सफल संचालन के बाद जीएमवीएन अब जल्द ही पर्यटन को बढ़ावा देने जा रहा है. इसके चलते अब गढ़वाल मंडल विकास निगम जल्द ही 30 ऐसी नई जगहों को खोजने जा रहा है, जो पर्यटकों की पहुंच से दूर हैं. इस खोज से पर्यटन क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं, सरकार के राजस्व में भी बढ़ोत्तरी होगी.
जीएमवीएन की प्रबंध निदेशक के अनुसार, 30 नई डेस्टिनेशन के जरिए उत्तराखंड की ऐसी जगहों को खोजना है, जिनके बारे में पर्यटकों को जानकारी नहीं है. ऐसे में एक ओर जहां उस क्षेत्र में काम कर रहे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं राजस्व में भी बढोत्तरी होगी.
साल 2013 में आई आपदा के बाद जीएमवीएन 13 करोड़ के घाटे में चल रहा था. इस कारण गढ़वाल मंडल विकास निगम के कर्मचारियों को पिछले डेढ़ साल से वेतन नहीं मिल पा रहा था. साल 2018 के यात्रा सीजन में 9 करोड़ से ज्यादा की कमाई हुई थी. इसमें तमाम खर्चों और वेतन के बाद गढ़वाल मंडल विकास निगम को 2 करोड़ से ज्यादा का फायदा बताया जा रहा था. इस बार चारधाम यात्रा में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोत्तरी के बाद गढ़वाल मंडल विकास निगम मालामाल हो गया है. सभी कर्मचारियों की रुकी हुई वेतन भी मिल गई. वहीं, चार धाम यात्रा की सफलता के बाद अब जीएमवीएन उत्तराखंड में 30 नई डेस्टिनेशन खोजने जा रहा है.
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जीएमवीएन की प्रबंध निदेशक ईवा आशीष श्रीवास्तव के अनुसार, 30 नई डेस्टिनेशन के जरिए उत्तराखंड की ऐसी जगहों को खोजना है, जिनके बारे में पर्यटकों को जानकारी नहीं है. ऐसे में एक ओर उस क्षेत्र में काम कर रहे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, वहीं राजस्व में भी बढोत्तरी होगी.