ऋषिकेशः कोरोना महामारी का असर चारधाम यात्रा पर तो पड़ा ही है, साथ ही इससे जुड़े कारोबार भी अछूते नहीं हैं. गढ़वाल मंडल विकास निगम भी घाटे में आ गया है. निगम को यात्रा और पर्यटन सीजन नहीं चलने की वजह से महज दो महीने में ही 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं, माना जा रहा है कि जून महीने में भी यात्रा नहीं चली तो घाटे का आंकड़ा 15 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.
गढ़वाल मंडल विकास निगम की हालत ये हो गई है कि निगम अब पर्यटन यूनिट में तैनात कर्मचारियों को तनख्वाह भी नहीं दे पा रहा है. अब कर्मचारियों को वेतन देने के लिए निगम बुरे वक्त के लिए बचाई एफडी से रकम निकालने की कवायद में जुट गया है.
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निगम की मुश्किलें सिर्फ इतनी ही नहीं हैं. यात्रा के लिए एडवांस के रूप में जमा 4,000 से ज्यादा देश-दुनिया के लोगों की करीब डेढ़ करोड़ रुपये की रकम भी निगम को अभी वापस करनी है. अब निगम ने घाटे से उबरने के लिए राज्य सरकार से राहत देने की मांग की है.
वहीं, गढ़वाल मंडल विकास निगम के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंघल ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से निगम को 10 करोड़ का घाटा हो चुका है. कर्मचारियों को वेतन देने के लिए व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से पर्यटन विभाग को पैसा दिया गया है. ऐसे में निगम को राहत देने के लिए वार्ता की जाएगी.