ETV Bharat / state

नेताओं के कोरे आश्वासन से आजिज आकर ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान - बाढ़

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बाढ़ सुरक्षा दीवार नहीं बनाई गई है. लिहाजा उन्होंने इस बार चुनाव बहिष्कार का मन बना लिया है.

ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान
author img

By

Published : Apr 3, 2019, 3:22 PM IST

ऋषिकेश: लोकतंत्र का पर्व आते ही कई जगह चुनाव बहिष्कार की बातें सामने आ रही है. इसी कड़ी में ऋषिकेश तहसील के अंतर्गत आने वाले बाढ़ प्रभावित गांव गौहरीमाफी के ग्रामीणों ने भी चुनाव बहिष्कार का एलान किया है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बाढ़ सुरक्षा दीवार नहीं बनाई गई है. लिहाजा उन्होंने इस बार चुनाव बहिष्कार का मन बना लिया है.

ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान

पढ़ें-प्रदेश के 78 लाख 54 हजार वोटर्स बनेंगे भाग्यविधाता, 30 से 39 उम्र के सबसे ज्यादा मतदाता

बता दें कि गौहरीमाफी के ग्रामीणों का आक्रोश जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के खिलाफ है. ग्रामीणों का कहना है कि गौहरीमाफी क्षेत्र में हर साल बाढ़ आती है. जिसमें अक्सर उनका घर और खेती दोनों तबाह हो जाते है. इस दौरान उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीण काफी लंबे समय से नदी के दोनों ओर बाढ़ सुरक्षा दीवार बनाने की मांग कर रहे है, ताकि बारिश के दौरान उन्हें नुकसान न उठाना पड़े. ग्रामीणों का आरोप है कि न कोई जनप्रतिनिधि और न प्रशासन उनकी इस मांग पर ध्यान दे रहा है.

ऐसे में ग्रामीणों ने इस बार के लोकसभा चुनाव में वोट नहीं डालने चेतावनी दी है. ग्रामीणों का कहना है कि मानसून आने में अभी तीन महीने का वक्त है, लेकिन उन्हें बारिश का डर अभी से सताने लगा है. क्योंकि हर साल बारिश गौहरीमाफी में कहर बरपाती है. जिसके कारण उनकी सालभर मेहनत (फसल) पर पानी फिर जाता है.

पढ़ें-चुनावी खर्चे में बीजेपी सबसे आगे, माला राज्य लक्ष्मी शाह ने 9 लाख रुपये से ज्यादा किए खर्च

ग्रामीणों का आरोप है कि हर साल बाढ़ में हुई ताबाही के बाद नेता गांव में आते तो जरूर है, लेकिन सिर्फ सांत्वना देकर अपने दायित्वों की इतिश्री कर देते है. ग्रामीणों को कहना है कि सरकार के नुमाइदों ने उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं दिया. लिहाजा, उन्होंने हालात से परेशान होकर इस बार वोट न देने का मन बनाया है.

ऋषिकेश: लोकतंत्र का पर्व आते ही कई जगह चुनाव बहिष्कार की बातें सामने आ रही है. इसी कड़ी में ऋषिकेश तहसील के अंतर्गत आने वाले बाढ़ प्रभावित गांव गौहरीमाफी के ग्रामीणों ने भी चुनाव बहिष्कार का एलान किया है. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बाढ़ सुरक्षा दीवार नहीं बनाई गई है. लिहाजा उन्होंने इस बार चुनाव बहिष्कार का मन बना लिया है.

ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का एलान

पढ़ें-प्रदेश के 78 लाख 54 हजार वोटर्स बनेंगे भाग्यविधाता, 30 से 39 उम्र के सबसे ज्यादा मतदाता

बता दें कि गौहरीमाफी के ग्रामीणों का आक्रोश जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के खिलाफ है. ग्रामीणों का कहना है कि गौहरीमाफी क्षेत्र में हर साल बाढ़ आती है. जिसमें अक्सर उनका घर और खेती दोनों तबाह हो जाते है. इस दौरान उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ग्रामीण काफी लंबे समय से नदी के दोनों ओर बाढ़ सुरक्षा दीवार बनाने की मांग कर रहे है, ताकि बारिश के दौरान उन्हें नुकसान न उठाना पड़े. ग्रामीणों का आरोप है कि न कोई जनप्रतिनिधि और न प्रशासन उनकी इस मांग पर ध्यान दे रहा है.

ऐसे में ग्रामीणों ने इस बार के लोकसभा चुनाव में वोट नहीं डालने चेतावनी दी है. ग्रामीणों का कहना है कि मानसून आने में अभी तीन महीने का वक्त है, लेकिन उन्हें बारिश का डर अभी से सताने लगा है. क्योंकि हर साल बारिश गौहरीमाफी में कहर बरपाती है. जिसके कारण उनकी सालभर मेहनत (फसल) पर पानी फिर जाता है.

पढ़ें-चुनावी खर्चे में बीजेपी सबसे आगे, माला राज्य लक्ष्मी शाह ने 9 लाख रुपये से ज्यादा किए खर्च

ग्रामीणों का आरोप है कि हर साल बाढ़ में हुई ताबाही के बाद नेता गांव में आते तो जरूर है, लेकिन सिर्फ सांत्वना देकर अपने दायित्वों की इतिश्री कर देते है. ग्रामीणों को कहना है कि सरकार के नुमाइदों ने उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं दिया. लिहाजा, उन्होंने हालात से परेशान होकर इस बार वोट न देने का मन बनाया है.

Intro:ऋषिकेश-- तहसील ऋषिकेश के अंतर्गत आने वाले गौहरीमाफी गांव के ग्रामीण सालों से बाढ़ सुरक्षा की मांग कर रहे है,लेकिन बाढ़ सुरक्षा का अभी तक कोई कार्य नही हो पाया है,यही कारण है कि अब गौहरीमाफी के ग्रामीणों ने इस लोक सभा चुनाव का बहिष्कार करने की ठान ली है, उनका कहना है कि बाढ़ सुरक्षा नहीं तो वोट नहीं





Body:वी/ओ--विगत वर्ष गौहरीमाफी में आई बाढ़ से हुए नुक्सान की भरपाई अभी हो भी नही पायी थी कि फिर से ग्रामीणों को बाढ़ का भय सताने लगा है। मानसून के लिए करीब तीन महीने शेष है, लेकिन गौहरीमाफी के लिए बाढ़ सुरक्षा कार्याें के नाम पर एक इंट तक नही लग पायी है। प्रशासन दावों और नेताओं के खोखले वादों को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी रोष है,अब लोगों का कहना है कि सरकार के नुमाइंदों ने सिर्फ अस्वासन के अलावा कुछ भी नही दिया है अब जनता तय करेगी कि उसको करना क्या है ।


बाईट-- संजय पोखरियाल(पूर्व प्रधान गौहरीमाफी)




Conclusion:वी/ओ-- गौहरिमाफी की ग्राम प्रधान सरिता रतूड़ी ने कहा की बाढ़ सुरक्षा के कार्य न होने के कारण अब ग्रामीणों ने लोक सभा चुनाव में मतदान न करने का इरादा बना लिया है। उनका कहना है कि चुनाव से पहले बाढ़ सुरक्षा कार्य शुरू नही हुए तो वह किसी भी प्रत्याशी को वोट नही करेंगे,सैकड़ों ग्रामीणों ने बैठक आयोजित की और आगे की रणनीति पर चर्चा की।

बाईट--सरिता रतूड़ी(ग्राम प्रधान,गौहरिमाफी)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.