नई दिल्ली/देहरादून: गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत (Garhwal MP Tirath Singh Rawat) ने आज लोकसभा में केंद्रीय विद्यालय के कर्मचारियों की पोस्टिंग पर सवाल उठाया. रावत ने सदन में कहा कि केंद्रीय विद्यालयों का विस्तार बड़ी तेजी से हुआ है. इनमें सैनिक, अर्धसैनिक, कर्मचारी और कॉमन वर्ग के बच्चे भी पढ़ते हैं. लेकिन स्कूलों में यह देखने को मिला कि पिछले कई वर्षों से अस्थायी प्रधानाचार्य और शिक्षकों व कर्मचारियों का अभाव होने के कारण बोर्ड की शिक्षा भी प्रभावित हुई हैं.
तीरथ सिंह रावत ने मंत्री से सवाल पूछा कि कब तक स्थायी प्रधानाचार्य सभी विद्यालयों में आ जाएंगे और शिक्षक नियुक्त हो जाएंगे. उनके सवाल के जवाब में केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री (Union Minister of State for Education) अन्नपूर्णा देवी ने बताया कि नियुक्तियां एक सतत पत्र प्रक्रिया है. 2018 तक नियुक्तियां हुई हैं, कोविड-19 की वजह से नियुक्तियां नहीं हो सकी हैं. अभी हमने वैकेंसी निकाली हैं. लगभग 12,000 से ज्यादा टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ की वैकेंसी निकाली गई हैं, और बहुत जल्द यह वैकेंसी पूरी हो जाएंगी.
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इससे पहले रावत उत्तराखंड में वन्य जीव संघर्ष के मामलों को भी सदन में उठा चुके हैं. उन्होंने सदन को बताया था कि उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में बाघ और गुलदार के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब तक उत्तराखंड में वन्य जीव संघर्ष में 50 लोगों की जान जा चुकी है. प्रदेश के कई क्षेत्रों में बाघों के हमलों से लोग प्रभावित होते हैं.