देहरादूनः उत्तराखंड राज्य गठन के बाद पहली बार ऐसा मौका आया है, जब गढ़वाल मंडल विकास निगम (Garhwal Mandal Vikas Nigam) का मुनाफा करोड़ों में हुआ है. अब तक निगम घाटे में रहता था या फिर किसी साल अपने खर्चे के बराबर या फिर कुछ लाख की कमाई मात्र कर लेता था. इस बार निगम ने नया रिकॉर्ड बनाया है. अभी तक जीएमवीएन का अधिकतम प्रॉफिट 11 लाख का था. जबकि, वित्तीय वर्ष 2021-22 में गढ़वाल मंडल विकास निगम ने 9.32 करोड़ का नेट प्रॉफिट हासिल किया है.
गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) में हो रही इस कमाई के पीछे पिछले कुछ सालों में लगातार खोले गए निगम के अंतर्गत आने वाले खनन के पट्टे हैं. जिसके बाद अब लगातार निगम के कर्मचारियों के लंबित भुगतान किए जा रहे हैं. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, पिछले 8 महीनों में निगम ने अपनी देनदारी के तकरीबन 15 करोड़ का भुगतान किया है.
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जीएमवीएन की प्रबंध निदेशक स्वाति भदौरिया (GMVN MD Swati S Bhadauria) ने बताया कि यह एक अच्छी खबर है कि जीएमवीएम राज्य गठन के बाद से अब तक पहली दफा इतना ज्यादा प्रॉफिट में रहा है. उन्होंने बताया कि पिछली बार प्रॉफिट भले ही खनन से हुआ हो, लेकिन इस बार पर्यटन भी अपने चरम पर है. उनका कहना है कि इस बार यात्रा में बेड की संख्या बढ़ाई गई. ज्यादातर रूम में बुकिंग भी मिली.
उन्होंने बताया कि केवल मई महीने में निगम ने 11 करोड़ का राजस्व हासिल किया है तो वहीं, जून में भी महीना खत्म होने से पहले ही 10 करोड़ का राज्य से हासिल कर चुका है. ऐसे में उनका कहना है कि इस बार पर्यटन से भी तगड़ा राजस्व आने की उम्मीद है. खनन से पहले ही निगम प्रॉफिट में है. ऐसे में इस बार और बड़ा रिकॉर्ड टूटेगा.