ऋषिकेश: राष्ट्रीय स्वयं सेवक से जुड़ी शाखा गंगा समग्र की प्रांतीय बैठक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ गंगा ही नहीं, बल्कि सहायक नदियों की स्वच्छता के लिए अभियान शुरू करने जा रही है. नदियों के किनारों को कब्जाने वालों पर भी सख्त एक्शन लिया जा रहा है. राज्य में लैंड जिहाद के खिलाफ अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
परमार्थ निकेतन आश्रम में आयोजित बैठक में सीएम ने कहा कि गंगा स्वच्छता के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने पिछले कुछ अरसों में बहुत कुछ किया है. नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गंगा के 15 तटीय नगरों में 131 दूषित नाले टेप हो चुके हैं. 34 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के जरिए करीब 140 एमएलडी दूषित पानी का ट्रीटमेंट हो रहा है. स्नान और मोक्ष घाट निर्माण कराया गया है. 12 हजार से ज्यादा हेक्टेयर जमीन पर पौधारोपण व अन्य गंगा संरक्षण के अन्य कामों का भी उन्होंने जिक्र किया.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकों के सहयोग के बगैर गंगा और सहायक नदियों की स्वच्छता संभव नहीं है. ऐसे में हर व्यक्ति की इस अभियान में सहभागिता जरूरी है. प्रांत संगठन मंत्री निरंजन त्रिवेदी ने बताया कि राज्य स्तर पर गंगा समग्र की कार्यकारिणी का गठन किया गया है. जिलों में टीम तैयार की जा रही हैं. बताया कि गंगा समग्र में शामिल सदस्य गंगा व अन्य नदियों की स्वच्छता के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे. पौधारोपण और जल संरक्षण के लिए भी सरकार के माध्यम से काम किया जाएगा.
मौके पर गंगा समग्र के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामाशीष, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, परमार्थ आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि, कार्यक्रम संयोजक अरूण घिड़ियाल, रेश चौधरी, प्रकाश कुमार, प्रदीप नेगी, पीयूष अग्रवाल, विजयंत नेगी, रूही अरोड़ा, डा. दीप्ति अरोड़ा, रेखा आर्य, अनीता उनियाल, मेघा नैथानी आदि मौजूद थे.