ऋषिकेश: गंगा की स्वच्छता को लेकर लगातार केंद्र सरकार गंभीर नजर आ रही है. जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन कार्यक्रम के तहत ऋषिकेश में गंगा मशाल यात्रा का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ नगर निगम की महापौर अनीता ममगाई और गंगा टास्क फोर्स के कमान अधिकारी कर्नल रोहित श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर किया.
सोमवार को ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर गंगा मशाल यात्रा के शुभारंभ के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि नगर निगम की महापौर पहुंचीं. इस दौरान आर्मी के 137 टेक्नोलॉजिकल टास्क फोर्स (गंगा टास्क फोर्स) को हरी झंडी दिखाकर गंगासागर के लिए रवाना किया.
गंगा मशाल यात्रा 2600 किलोमीटर की दूरी तय कर गंगासागर पहुंच कर समाप्त होगी. रास्ते में आठ पढ़ाव पर यात्रा विश्राम करेगी. इस दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. गंगा मशाल यात्रा का मुख्य उद्देश्य गंगा की स्वच्छता और निर्मलता को बरकरार रखना है. त्रिवेणी घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर गंगा स्वच्छता का संदेश भी दिया गया.
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मुख्य अतिथि महापौर ने कहा कि गंगा की स्वच्छता को लगातार केंद्र सरकार प्रयास कर रही हैं. नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा टास्क फोर्स भी गंगा की स्वच्छता को काम कर रही हैं. यह बेहद ही खुशी की बात है कि लोग कहीं ना कहीं केंद्र सरकार के प्रयासों से जागरूक होकर गंगा की स्वच्छता को बरकरार रखने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे.
गंगा टास्क फोर्स के देहरादून स्थित कैंप के कमान अधिकारी कर्नल रोहित श्रीवास्तव ने बताया कि गंगा की स्वच्छता और निर्मलता को बरकरार रखने के लिए 6 साल पहले टास्क फोर्स का गठन किया गया था. गंगा तट पर बसे लोगों को गंगा की स्वच्छता के लिए जागरूक करना टास्क फोर्स का मुख्य उद्देश्य है. इसी के साथ गंगा तट के 5 किलोमीटर के दोनों किनारों की ओर वृक्षारोपण करना भी उनके उद्देश्य में अब शामिल किया गया है. टास्क फोर्स का हेड ऑफिस प्रयागराज में है. गंगा प्रदूषण की जांच भी समय-समय पर टास्क फोर्स के द्वारा की जाती है, जिसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जाती है.