ऋषिकेश: वीरभद्र रेलवे स्टेशन पर उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी एक 23 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुराचार का मामला सामने आया है. युवती का आरोप है कि कई लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया. वहीं, युवती का मेडिकल करवाया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
मंगलवार को स्टेशन मास्टर की सूचना पर जीआरपी चौकी प्रभारी बलवंत पंवार टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जिसके बाद युवती को मेडिकल के लिए एसपीएस राजकीय अस्पताल लाया गया. युवती ने पुलिस को बताया कि वो करीब एक महीने पहले हरिद्वार आई थी. हरिद्वार में उसका बैग और मोबाइल चोरी हो गया था. इसके बाद वह ऋषिकेश आ गई थी.
चौकी प्रभारी बलवंत पंवार ने बताया कि युवती मानसिक रूप से अस्वस्थ नजर आ रही है. युवती के परिजनों से संपर्क करने पर बताया कि वह एक महीने पहले घर से हरिद्वार आ गई थी. इसके बाद वह ऋषिकेश में ओशो धाम में आकर रहने लगी थी. फिर किसी कारण से उसने ओशो धाम छोड़ दिया.
पुलिस के मुताबिक, युवती बीते पांच दिनों से वीरभद्र रेलवे स्टेशन पर ही रह रही थी. युवती के परिजनों ने बताया कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है. युवती के पिता रामपुर में एक आश्रम में काम करते हैं. पुलिस ने बताया कि दुष्कर्म की पुष्टि के लिए मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. जिसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
स्टेशन की सुरक्षा पर उठे सवाल: वीरभद्र रेलवे स्टेशन पर वारदात ने रेलवे पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़े कर दिया है. पुलिस ने मामले की तहकीकात का दावा किया है. हैरानी की बात यह है कि जांच-पड़ताल की अहम कड़ी सीसीटीवी कैमरे ही रेलवे स्टेशन से गायब हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि 200 करोड़ रुपए से भी ज्यादा खर्च के बावजूद स्टेशन पर सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम सीसीटीवी कैमरे तक नहीं हैं. इसकी पुष्टि खुद स्टेशन मास्टर दौलत राम और आरपीएफ इंचार्ज अनिल कुमार ने की है.
हालांकि पुलिस सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से वारदात की सच्चाई जानने का दावा जरूर कर रही है. जबकि, हकीकत में स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे हैं ही नहीं. स्टेशन के आसपास कोई व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी नहीं है. जिसकी वजह से अब जांच में जीआरपी और आरपीएफ अधिकारियों को दिक्कतें पेश आ सकती हैं.