ऋषिकेश: जम्मू कश्मीर के बारामूला में दुश्मनों से लोहा लेते हुए राकेश डोभाल शहीद हो गए थे. आज शहीद की अंतिम विदाई में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के साथ-साथ स्थानीय जनता ने शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं, पाकिस्तान के खिलाफ लोगों में भारी आक्रोश भी देखने को मिला.
बीते दिनों जम्मू कश्मीर में शहीद हुए राकेश डोभाल पंचतत्व में विलीन हो गए. इससे पहले उनके आवास से पूर्णानंद घाट तक अंतिम यात्रा निकाली गयी. शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए. अंतिम यात्रा के दौरान लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए. वहीं 'राकेश तेरा यह बलिदान याद रखेगा हिंदुस्तान' के नारे भी गूंजते रहे. मौके पर जगह-जगह सामाजिक राजनीतिक और धार्मिक संगठनों ने पुष्पवर्षा कर शहीद को श्रद्धांजलि दी.
बीएसएफ के आठ जवानों ने 24 राउंड फायर कर शहीद को सलामी दी. पूर्णानंद घाट पर गमगीन माहौल में राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ छोटे भाई ने शहीद के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी.वहीं, शहीद की बेटी नित्या डोभाल ने कहा कि उन्हें मौका मिला तो वे पाकिस्तान की इस कायराना हरकत का जवाब जरूर देंगी.
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श्रद्धांजलि देने पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष ने शहीद द्वार बनाने की घोषणा की और परिवार को सांत्वना दी. इसके साथ ही शहीद को लेकर ऋषिकेश पहुंचे बीएसएफ के अधिकारी ने कहा कि राकेश ने अंतिम दम तक अपना फर्ज निभाया. उन्होंने कहा कि राकेश को गोली लगने के बाद भी वह अंतिम सांस तक दुश्मनों से लोहा लेते रहे और फायरिंग करते रहे आज पूरा देश शहीद राकेश डोभाल पर गर्व कर रहा है.