देहरादूनः पहाड़ी क्षेत्रों के किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए मंडी समिति ने पहाड़ों में उप मंडी खोलने का निर्णय लिया है. उप मंडी प्रांगण खुलने के बाद किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए देहरादून निरंजनपुर मंडी नहीं आना होगा. बल्कि, वो अपने क्षेत्र में बने उप मंडी प्रांगण में अपने उत्पाद बेच सकेंगे. ऐसे में किसानों का खर्चा भी बचेगा और उन्हें अतिरिक्त फायदा भी मिलेगा. मंडी समिति की ओर से सर्वे करने के बाद जल्द ही उप मंडी प्रांगण बनाए जाएंगे.
पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए देहरादून या अन्य शहरों में आना पड़ता है. ऐसे में उन्हें ट्रांसपोर्ट को काफी ज्यादा किराया देना होता है. साथ ही बरसात के दिनों में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ट्रांसपोर्ट में काफी ज्यादा खर्च करने के बाद भी किसानों को अपनी फसल का सही दाम नहीं मिल पाता है और किसान नुकसान में रह जाते है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा.
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निरंजनपुर मंडी अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार का जो नया मंडी एक्ट लागू हुआ है, उसके अंतर्गत किसानों को अधिक से अधिक सुविधा पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है. किसान अपनी फसल लेकर मंडी तो आता है, लेकिन ट्रांसपोर्ट ज्यादा होने पर उसे उत्पादन का लाभ नहीं पाता है. अब छोटे-छोटे उप मंडी प्रांगण खोलने जा रहे हैं. उप मंडी प्रांगण खोलने के बाद जो भी किसानों की फसल होगी. वो वहीं पर ही बिकेगी.
नुकसान से बचाने के तरीकों पर विचार
लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार के नए एक्ट के अनुसार किसानों को राहत देते हुए छूट दी गई थी कि किसान मंडी के अलावा अपने खेत के फल और सब्जियों को कही भी बेच सकते है. एक तरफ इस एक्ट से किसानों को फायदा हो रहा है. वहीं, दूसरी तरफ इस एक्ट के कारण मंडी को करोड़ों का नुकसान हो रहा है. मंडी को हो रहे नुकसान को देखते हुए मंडी समिति ने नुकसान की भरपाई के लिए तीन प्रस्ताव तैयार किए हैं, जो जल्द ही मुख्यालय भेजे जाएंगे.