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PM की फोटो के सहारे ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा, मास्टरमाइंड सहित चार गिरफ्तार - ठग गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार

इस गिरोह के दो सदस्य अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है. ये गिरोह पीएम मोदी की फोटो वाले विज्ञापन का इस्तेमाल कर लोगों से लोन के नाम ठगी किया करता था.

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पुलिस की गिरफ्त में चारो आरोपी.
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Published : Dec 10, 2020, 7:28 PM IST

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगाकर पोस्टर विज्ञापन के जरिए सरकारी योजनाओं पर लोन देने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में गिरोह के मास्टरमाइंड सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो की तलाश जारी है. चारों आरोपी हरियाणा और यूपी के रहने वाले है. दो आरोपियों को पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार किया है. जबकि, दो अन्य को यूपी से गिरफ्तार किया गया है.

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विज्ञापन में इस्तेमाल करते थे पीएम की फोटो.

गिरोह के मास्टरमाइंड का नाम साहिल गोयल है, जो मूल रूप से जिला हिसार हरियाणा का रहने वाला है. दूसरे आरोपी का नाम नवीन गुणपाल है, जो फतेहाबाद हरियाणा का रहने वाला है. इन दोनों आरोपी को पुलिस ने पंजाब के ढकोली से गिरफ्तार किया है. जबकि, गिरोह के दो अन्य सदस्य पवन सिंह और शरदवीर सिंह जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले हैं. इनको दून पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास पुलिस को नकदी, कई मोबाइल और फेक आईडी से लिए गए सिम बरामद हुए हैं.

मास्टरमाइंड सहित चार गिरफ्तार.

पढ़ें- मर चुके भाई के नाम पर कराई इंश्योरेंस पॉलिसी, फिर रकम लेने पहुंच गया शख्स

पीएम मोदी के नाम पर ऐसे करते फर्जीवाड़ा

पुलिस की गिरफ्त में आया गिरोह फर्जी आईडी से मोबाइल सिम नंबर का सहारा लेकर बंद पड़ी इंश्योरेंस पॉलिसी को दोबारा चालू कराने और तरह-तरह के लोन देने के नाम पर ठगी का खेल करते थे. ग्राहकों के जाल में फंसने के बाद गिरोह प्रोसेसिंग फीस और सिक्योरिटी जमा कराने के नाम पर ठगी का खेल करता था. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने विज्ञापन में पीएम मोदी की फोटो इसीलिए छपवाई थी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उन पर विश्वास कर सकें.

एक कॉल से आया ठगी करने का आइडिया

गिरोह के मास्टरमाइंड साहिल ने पुलिस को बताया कि ऐसे में एक दिन उसे लोन दिलाने के नाम पर फर्जी कॉल आया. जिसके बाद उसने इस आइडिया को अपनाकर उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में सरकारी योजनाओं के नाम पर फर्जी लोन देने का गोरखधंधा शुरू किया.

हरियाणा में छपवाए थे पीएम मोदी के पोस्टर वाले विज्ञापन

पुलिस के मुताबिक, साहिल हरियाणा के कुरुक्षेत्र से 45 हजार रुपये में ठेका देकर ऐसे पोस्टर छपवाए, जिसमें पीएम मोदी की फोटो हो. पिछले कुछ महीने से गिरोह देहरादून के कोतवाली क्षेत्र आढ़त बाजार, पीपल मंडी और लखीबाग जैसे इलाकों में सक्रियता था. यहां कई लोगों से लोन के नाम पर ठगी हुई थी.

पढ़ें- काशीपुरः लूट का चौथा आरोपी भी चढ़ा हत्थे, तीन पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार

लोन प्रोसेसिंग फीस के नाम पर होता था खेल

सरकारी योजनाओं के नाम पर लोन देने के विज्ञापन पोस्टर में दो नंबर दिए रहते थे. ऐसे में इन नंबर पर कॉल के बाद गिरोह 1500 से 2000 रुपए लोन प्रोसेसिंग फीस अपने अकाउंट में जमा कर धोखाधड़ी का खेल करते था. हालांकि कुछ समय बाद वह अकाउंट बंद कर दूसरे जगह जाकर इस तरह का खेल फिर शुरू करते थे. पुलिस पूछताछ में पता चला कि गिरोह अब तक 120 लोगों को लोन देने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर चुका है.

एक हजार रुपए में मिलता था फर्जी आईडी पर सिम

इस गिरोह का पूरा खेल फर्जी आईडी पर लिए गए सिम से चलता था. ये गिरोह एक हजार के प्रति सिम के हिसाब से गाजियाबाद से लेते थे. इस काम में उनकी मदद मोबाइल सिम कंपनी में काम करने वाले दो लोग पवन सिंह और शरदवीर सिंह करते थे. एक सिम का ये कुछ ही दिन इस्तेमाल करते थे, फिर इसके बाद दूसरा सिम लेते थे.

इस मामले में एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से देहरादून में सरकारी योजनाओं के नाम पर दीवारों पर पोस्टर लगा लोन दिलवाने में ठगी का खेल चल रहा था. जांच पड़ताल करने पर पता चला कि ऐसी कोई सरकारी योजना नहीं है, जहां इस तरह से लोन दिया जा रहा है. ऐसे में शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर गिरोह के दो मुख्य लोगों को पंजाब से और दो अन्य सदस्य को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. हालांकि, अभी फर्जी तरीके से गिरोह को फर्जी सिम दिलाने वाले दो अन्य आरोपियों की तलाश भी पुलिस कर रही है.

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगाकर पोस्टर विज्ञापन के जरिए सरकारी योजनाओं पर लोन देने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में गिरोह के मास्टरमाइंड सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो की तलाश जारी है. चारों आरोपी हरियाणा और यूपी के रहने वाले है. दो आरोपियों को पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार किया है. जबकि, दो अन्य को यूपी से गिरफ्तार किया गया है.

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विज्ञापन में इस्तेमाल करते थे पीएम की फोटो.

गिरोह के मास्टरमाइंड का नाम साहिल गोयल है, जो मूल रूप से जिला हिसार हरियाणा का रहने वाला है. दूसरे आरोपी का नाम नवीन गुणपाल है, जो फतेहाबाद हरियाणा का रहने वाला है. इन दोनों आरोपी को पुलिस ने पंजाब के ढकोली से गिरफ्तार किया है. जबकि, गिरोह के दो अन्य सदस्य पवन सिंह और शरदवीर सिंह जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले हैं. इनको दून पुलिस ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास पुलिस को नकदी, कई मोबाइल और फेक आईडी से लिए गए सिम बरामद हुए हैं.

मास्टरमाइंड सहित चार गिरफ्तार.

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पीएम मोदी के नाम पर ऐसे करते फर्जीवाड़ा

पुलिस की गिरफ्त में आया गिरोह फर्जी आईडी से मोबाइल सिम नंबर का सहारा लेकर बंद पड़ी इंश्योरेंस पॉलिसी को दोबारा चालू कराने और तरह-तरह के लोन देने के नाम पर ठगी का खेल करते थे. ग्राहकों के जाल में फंसने के बाद गिरोह प्रोसेसिंग फीस और सिक्योरिटी जमा कराने के नाम पर ठगी का खेल करता था. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने विज्ञापन में पीएम मोदी की फोटो इसीलिए छपवाई थी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उन पर विश्वास कर सकें.

एक कॉल से आया ठगी करने का आइडिया

गिरोह के मास्टरमाइंड साहिल ने पुलिस को बताया कि ऐसे में एक दिन उसे लोन दिलाने के नाम पर फर्जी कॉल आया. जिसके बाद उसने इस आइडिया को अपनाकर उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में सरकारी योजनाओं के नाम पर फर्जी लोन देने का गोरखधंधा शुरू किया.

हरियाणा में छपवाए थे पीएम मोदी के पोस्टर वाले विज्ञापन

पुलिस के मुताबिक, साहिल हरियाणा के कुरुक्षेत्र से 45 हजार रुपये में ठेका देकर ऐसे पोस्टर छपवाए, जिसमें पीएम मोदी की फोटो हो. पिछले कुछ महीने से गिरोह देहरादून के कोतवाली क्षेत्र आढ़त बाजार, पीपल मंडी और लखीबाग जैसे इलाकों में सक्रियता था. यहां कई लोगों से लोन के नाम पर ठगी हुई थी.

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लोन प्रोसेसिंग फीस के नाम पर होता था खेल

सरकारी योजनाओं के नाम पर लोन देने के विज्ञापन पोस्टर में दो नंबर दिए रहते थे. ऐसे में इन नंबर पर कॉल के बाद गिरोह 1500 से 2000 रुपए लोन प्रोसेसिंग फीस अपने अकाउंट में जमा कर धोखाधड़ी का खेल करते था. हालांकि कुछ समय बाद वह अकाउंट बंद कर दूसरे जगह जाकर इस तरह का खेल फिर शुरू करते थे. पुलिस पूछताछ में पता चला कि गिरोह अब तक 120 लोगों को लोन देने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर चुका है.

एक हजार रुपए में मिलता था फर्जी आईडी पर सिम

इस गिरोह का पूरा खेल फर्जी आईडी पर लिए गए सिम से चलता था. ये गिरोह एक हजार के प्रति सिम के हिसाब से गाजियाबाद से लेते थे. इस काम में उनकी मदद मोबाइल सिम कंपनी में काम करने वाले दो लोग पवन सिंह और शरदवीर सिंह करते थे. एक सिम का ये कुछ ही दिन इस्तेमाल करते थे, फिर इसके बाद दूसरा सिम लेते थे.

इस मामले में एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से देहरादून में सरकारी योजनाओं के नाम पर दीवारों पर पोस्टर लगा लोन दिलवाने में ठगी का खेल चल रहा था. जांच पड़ताल करने पर पता चला कि ऐसी कोई सरकारी योजना नहीं है, जहां इस तरह से लोन दिया जा रहा है. ऐसे में शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर गिरोह के दो मुख्य लोगों को पंजाब से और दो अन्य सदस्य को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है. हालांकि, अभी फर्जी तरीके से गिरोह को फर्जी सिम दिलाने वाले दो अन्य आरोपियों की तलाश भी पुलिस कर रही है.

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