देहरादूनः पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत के ट्वीट के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. इसी घमासान के बीच पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने पार्टी को कड़ी नसीहत दी है. साथ इन्वेस्टमेंट लौटाने की बात कही है.
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि तमाम राजनीतिक दल अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने में अपने संसाधन झोंक देते हैं. उनको बार-बार टिकट देकर उन्हें मंत्री, मुख्यमंत्री और ऊंचे बड़े पदों पर बिठाते हैं. ऐसे में उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को यह आकलन करना चाहिए कि कांग्रेस और गांधी परिवार ने उनको आगे बढ़ाने में जो इन्वेस्टमेंट किया है, आज विकट समय में इस इन्वेस्टमेंट को वापस करने की जरूरत है.
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किशोर उपाध्याय (Uttarakhand Congress Ex President Kishore Upadhyay) ने कहा कि हमारे जिम्मेदार नेता इस भावना का आदर करते हुए इस समय जुटेंगे तो उनका और पार्टी व राज्य का भी भला होगा. बरहाल, पूरे उत्तराखंड कांग्रेस में मचे सियासी भूचाल के बीच किशोर उपाध्याय साफतौर पर हरीश रावत को नसीहत देते नजर आ रहे हैं. गौर हो कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (harish Rawat tweet) कांग्रेस संगठन से खफा हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर की है.
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उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election 2022) से पहले वरिष्ठ नेता की नाराजगी से कांग्रेस पार्टी की मुसीबत बढ़ सकती है. इसे देखते हुए हाईकमान ने हरीश रावत और गणेश गोदियाल सहित पार्टी के चारों कार्यकारी अध्यक्षों को दिल्ली तलब किया है. उधर, बीजेपी मामले में कांग्रेस पर जमकर निशाना साध रही है.
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