देहरादून: विधानसभा का बजट सत्र आज से शुरू होने जा रहा है. इस बजट से आम आदमी को बहुत उम्मीदें हैं. वहीं बजट सत्र को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत (Former CM Harish Rawat) ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है. वहीं हरीश रावत ने ट्वीट कर लिखा है कि आज उनका पहुंचना संभव नहीं है, क्योंकि अभी भी तय नहीं है कि राहुल गांधी जी को किस समय तक ईडी के कार्यालय से बाहर आने दिया जाएगा! और हम भी जिस समय तक ईडी राहुल गांधी जी से सवाल जवाब समाप्त नहीं करते, तब तक हम विरोध स्वरूप थाने में बैठे रहेंगे. मैं आज किसी भी तरीके से अपना विरोध दर्ज कराने नहीं पहुंच पाऊंगा, जिसकी उन्होंने घोषणा की थी. मैं हाथ जोड़कर के उत्तराखंड और अपने देवी-देवताओं से प्रार्थना करूंगा कि सरकार को सद्बुद्धि दें, ताकि भराड़ीसैंण में भविष्य के सत्र हों और भराड़ीसैंण को राज्य की राजधानी के रूप में यथा संकल्प विकसित किया जाए.
गौर हो कि बीते दिन हरीश रावत द्वारा नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ का विरोध करने पर पुलिस ने उन्हें हिरासत और वो लगातार इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. हरीश रावत ने ट्वीट कर लिखा है कि आप सबको मालूम है आज देहरादून में विधानसभा का बजट सत्र हो रहा है. उत्तराखंड की विधानसभा ने संकल्प पारित किया था कि बजट सत्र भविष्य में भराड़ीसैंण में होगा. यह संकल्प 2016 में पारित किया था, जिसका पिछले 5 साल सरकार ने विधिवत पालन नहीं किया और अब तो वर्तमान सरकार ने अपने पहले साल में ही गैरसैंण-भराड़ीसैंण को गच्चा दिखा दिया है. मैंने 14 जून यानी आज इसके विरोध में भराड़ीसैंण में सांकेतिक उपवास करने का फैसला किया था.
आज लोकतंत्र के लिए भी एक परीक्षा की घड़ी है. देश के प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी को ईडी ने नेशनल हेराल्ड जैसे स्वतंत्रता संग्राम के पुरोधा समाचार पत्र को पुनर्जीवित करने के प्रयासों में कांग्रेस की भूमिका को लेकर के कुछ ऐसी तकनीकी बातें उठाई हैं, जिसकी आड़ में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और प्रतिपक्ष की आवाज को दबाने की कुचेष्टा हो रही है. उस कुचेष्टा को ललकारने के लिए "सत्यमेव जयते" की भावना से राहुल गांधी ईडी के सामने प्रस्तुत हुए, उनके प्रश्नों का उत्तर देने के लिए सुबह 10:30 बजे से रात्रि के 10:30 बजे तक उनसे सवाल-जवाब ही किए गए. सत्ता यह संदेश देना चाह रही है कि जो हमें प्रिय नहीं होगा, उसको ईडी और अन्य संस्थाओं के माध्यम से दबाया जाएगा.
उसके विरोध में कांग्रेसजन देश भर में आंदोलनरत हैं. दिल्ली के अंदर हम भी आंदोलन में बैठे हुए और हम सुबह के 11 बजे से तुगलक रोड थाने में बंद हैं. मैं आज किसी भी तरीके से अपना विरोध दर्ज कराने नहीं पहुंच पाऊंगा, जिसकी उन्होंने घोषणा की थी. मैं हाथ जोड़कर के उत्तराखंड और अपने देवी-देवताओं से प्रार्थना करूंगा कि सरकार को सद्बुद्धि दें ताकि भराड़ीसैंण में भविष्य के सत्र हों और भराड़ीसैंण को राज्य की राजधानी के रूप में यथा संकल्प विकसित किया जाए. उन्होंने आगे लिखा कि आज पहुंचना संभव नहीं है, क्योंकि अभी भी तय नहीं है कि राहुल गांधी जी को किस समय तक ईडी के कार्यालय से बाहर आने दिया जाएगा! और हम भी जिस समय तक ईडी राहुल गांधी जी से सवाल जवाब समाप्त नहीं करते तब हम विरोध स्वरूप थाने में बैठे रहेंगे.
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इसलिए मेरे लिए शारीरिक रूप से भी संभव नहीं है कि मैं आज भराड़ीसैंण पहुंच सकूं. इसलिए आज के भराड़ीसैंण के कार्यक्रम को मैं 14 जून की बजाय 15 जून को 12:30 बजे से प्रारंभ करूंगा और सांकेतिक उपवास रखूंगा. प्रार्थना करूंगा और आप सबका आशीर्वाद लूंगा, सारे उत्तराखंड से सहयोग की याचना करूंगा. मैं क्षमा चाहता हूं कि आज मैं आपके भावना के अनुरूप भराड़ीसैंण नहीं पहुंच पा रहा हूं, मुझे क्षमा करें. अब यह कार्यक्रम 14 की जगह पर 15 को होगा और 15 तारीख को शाम को पौड़ी पहुंचकर 16 तारीख को मैं यथा घोषणा, 1 दिन पीछे जो आदमखोर के शिकार हुए हैं उन परिवारों से मिलूंगा, अपनी सांत्वना उन परिवारों तक पहुंचाऊंगा.