देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपनी क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के उस बयान का सोशल मीडिया के माध्यम से पटलवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हरीश रावत के वरिष्ठ नेता हैं और कोरोना संकट में उन्हें राजनीति करने से बाज आना चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि त्रिवेंद्र रावत उनको सलाह दे रहे हैं कि वो राजनीति बाद में करें. हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से सवाल किया है कि ये वर्चुअल रैलियां क्या गीता का पाठ है या रामायण की चौपाइयां हैं. खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत वर्चुअल रैलियां करके प्रदेश में घूम-घूम कर कांग्रेस के नेतृत्व को कोस रहे हैं. ऐसे में क्या वो आप की सरकार और केंद्र सरकार की विफलताओं पर चर्चा भी न करें.
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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक शायरी के जरिए भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'हम आह भी भरते हैं तो करने लगते हैं हमको बदनाम और खुद यदि कत्ल भी कर दे कहते हैं चर्चा न करें'. हरीश रावत का कहना है कि त्रिवेंद्र सिंर रावत हमारे मुख्यमंत्री हैं और उनकी सलाह पर गैस सिलेंडर सिर पर रखकर चौराहे पर खड़े होने का जो उनका कार्यक्रम था और रोडवेज किराया बढ़ाने के खिलाफ उनका रोडवेज की बस के आगे लेटने का कार्यक्रम था, उसको दो-चार दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है.