देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत प्रदेश में बढ़ती बेरोजगार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शाम साढ़े 7 बजे हरीश रावत ने शंखनाद कर केंद्र और राज्य सरकार के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया है. इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि सरकार की विरोधाभासी घोषणाओं से बेरोजगार नौजवान निराश हैं.
उन्होंने बेरोजगारी को लेकर शनिवार को अपने आवास पर सांकेतिक उपवास रखने का भी ऐलान किया है. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने कहा कि देश में बढ़ती हुई बेरोजगारी आज बहुत बड़ा अभिशाप बन गई है. उन्होंने उत्तराखंड का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश का नौजवान आज बेरोजगारी से त्रस्त है. सरकार की अलग-अलग विरोधाभासी घोषणाओं की वजह से बेरोजगार नौजवान अपने को उपहास का पात्र समझ रहा है. वास्तविकता यह है कि न सरकार और न राज्य नौकरियां देने के प्रति गंभीर है.
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हरीश रावत ने कहा कि उन्हें बेहद खुशी है कि राज्य में ये सामाजिक सरोकार बन गया है कि बेरोजगारी के खिलाफ लोग सार्वजनिक रूप से अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं. इसलिए हमने शंख, घंटी और कनस्तर आदि बजाकर बेरोजगारी के खिलाफ अपने सार्वजनिक आक्रोश को व्यक्त किया.
अल्मोड़ा में भी प्रदर्शन
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के आह्वान पर अल्मोड़ा में कांग्रेस नेताओं ने बेरोजगारी के खिलाफ शंखनाद किया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने अपने घरों में मौजूद होकर शाम साढ़े सात बजे शंख, घंटी बजाकर सरकार को बेरोजगारों के प्रति जगाने का प्रयास किया.