ऋषिकेश: दीपावली के नजदीक आते आते खाद्य सुरक्षा विभाग भी एक्टिव दिखाई देने लगा है. शुक्रवार को खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने शहर में मिठाइयों की कई दुकानों पर छापेमारी की. इस दौरान मिलावट की आशंका के चलते 4 मिठाइयों की दुकान से सैंपल भी लिए गए, जिन्हें जांच के लिए रुद्रपुर सरकारी लैब में भेजा गया है. फूड विभाग की छापेमारी के दौरान दुकानदारों में हड़कंप मचा रहा. कई दुकानदार मिठाइयों के सैंपल जांच के लिए न लेने की गुजारिश भी करते हुए नजर आए.
फूड इंस्पेक्टर संजय तिवारी ने बताया कि त्योहारी सीजन में लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ न हो इसके लिए समय-समय पर अभियान चलाकर मिठाइयों की दुकान पर छापेमारी की जाती है. इस दौरान अलग-अलग मिठाइयों के सैंपल भी जांच के लिए विभाग की टीम कलेक्ट करती है, जिन्हें जांच के लिए रुद्रपुर स्थित सरकारी लैब में भेजा जाता है. रिपोर्ट में गड़बड़ी आने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाती है.
तिवारी ने बताया पिछले त्यौहार के दौरान लिए गए फूड सैंपल में 3 दुकानदारों के सैंपल में मिलावट की पुष्टि हुई थी, जिनके खिलाफ विभाग ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि मिठाई की कई दुकानों पर मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपायरी डेट का टैग लगा हुआ भी नहीं मिला है. ऐसे में उनके खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब मांगा जा रहा है. उन्होंने बताया कि सोमवार को फिर से छापेमारी की जाएगी.
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बड़ा सवाल: त्योहार के मद्देनजर फूड विभाग काफी सक्रिय नजर आता है. ऐस में सवाल ये है कि जो मिठाइयां त्यौहार के लिए बनाई गई हैं, जब तक उनकी जांच रिपोर्ट विभाग के पास पहुंचेगी. तब तक वह मिठाईयां लोगों के पेट में पच चुकी होंगी. ऐसे में अगर मिठाइयों के सैंपल में मिलावट की पुष्टि होती भी है, तो उसको कोई फायदा नहीं क्योंकि तब तक हजारों लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो चुका होता है. ऐसे में केवल नोटिस देने और कार्रवाई करने की बात बेईमानी नजर आती है.
स्थानीय लोगों को गुहार: स्थानीय लोगों ने सरकार से वैज्ञानिकों से ऐसी तकनीकित विकसित करने की गुजारिश की है, जिससे हाथों हाथ किसी भी फूड सैंपल की जांच हो सके और तुरंत रिपोर्ट भी मिल जाए.