देहरादून: उत्तराखंड राज्य सरकार प्रदेश में महिला सहायता समूह और महिला उद्यमियों द्वारा उत्पादित उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने को लेकर तमाम प्रयास कर रही है. ताकि प्रदेश की महिला उद्यमियों को सशक्त बनाते हुए उनके उत्पादों को नई पहचान दी जा सके. इसी क्रम में फ्लो उत्तराखंड भी महिला सहायता समूहों और महिला उद्यमियों की आर्थिकी सुधारने और बाजार उपलब्ध कराने को लेकर "फ्लो बाजार" का आयोजन करने जा रही है.
देहरादून में लगेगा फ्लो बाजार: देहरादून के निजी होटल में 15 और 16 अक्टूबर को फ्लो बाजार का आयोजन किया जाएगा. इसमें प्रदेश की स्थानीय महिला सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी. फ्लो उत्तराखंड की अध्यक्ष डॉ अनुराधा ने बताया कि महिला सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री के लिए एग्जीबिशन लगाकर महिला सहायता समूह को स्टाल लगाने के लिए जगह दी जाती है.
महिलाओं की स्किल बढ़ा रही वर्कशॉप: इसके साथ ही महिला सहायता समूह के साथ ही एकल महिलाओं की स्किल को बढ़ाने के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया जाता है. वर्कशॉप में नई चीजों की जानकारी और लोन प्रक्रियाओं के बारे में बताया जाता है. हाल ही में देहरादून जिले के सहसपुर क्षेत्र में महिला सहायता समूहों और एकल महिलाओं को शहद उत्पादन संबंधी तमाम जानकारियां दी गई हैं.
ये भी पढ़ें: Dhami Sarkar 2.0: ईटीवी भारत से CM धामी बोले- उत्पादों को बढ़ाने में स्वयं सहायता समूह का अहम योगदान
उत्तराखंड के हैंडीक्राफ्ट को मिलेगी पहचान: डॉक्टर अनुराधा ने बताया कि 15 और 16 अक्टूबर को फ्लो बाजार लगाया जा रहा है. इसमें नेशनल एडवाइजरी बोर्ड की सदस्य डॉ टीना शर्मा भी शामिल होंगी. साथ ही कहा कि अभी तक उत्तराखंड के तमाम खाद्य पदार्थ संबंधी प्रोडक्ट्स को लोग जानते हैं. लेकिन उत्तराखंड का हैंडीक्राफ्ट अभी तक ज्यादा फेमस नहीं है. लिहाजा, तमाम छोटे छोटे हैंडीक्राफ्ट प्रोडक्ट हैं, जिनको एक बड़े प्लेटफॉर्म की जरूरत है. ऐसे में फ्लो बाजार के जरिए न सिर्फ प्रदेश में महिला सहायता समूहों और एकल महिलाओं की ओर से बनाए गए प्रोडक्ट को नई पहचान मिलेगी, बल्कि समूहों की आर्थिकी भी बढ़ेगी.
ये भी पढ़ें: दुर्लभ भोजपत्र से बनी राखियों से सजेगी भाइयों की कलाई, पहाड़ी महिलाओं का ये हुनर देख पीएम मोदी भी कह चुके हैं वाह!