मसूरी: 71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर घंटाघर स्थित जामा मस्जिद में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पहली बार राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर देश में एकता और अखंडता का संदेश दिया. वहीं कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों की सराहना करते हुए कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जिसमें विभिन्न जातियों और धर्म के लोग भाईचारे के साथ रहते हैं. ऐसे में कुछ ताकतें देश को धर्म के नाम पर तोड़ने का काम कर रही हैं जो कभी भी संभव नहीं है.
इस मौके पर मौलवी वसीम ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोग भारत देश का अभिन्न अंग हैं. ऐसे में उनकी भी जिम्मेदारी है कि वह देश के प्रति अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि देश की आजादी में एक जाति विशेष द्वारा बलिदान नहीं दिया गया है. बल्कि सभी समुदाय के लोग शहीद हुए हैं. जिसमें मुस्लिम समुदाय ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई है.
बता दें कि जामा मस्जिद पर आयोजित इस कार्यक्रम में ध्वजारोहण के बाद उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला, मसूरी भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, उत्तराखंड कांग्रेस महासचिव मनमोहन सिंह मल्ल, रिटायर्ड आईजी बीएसएफ मनोरंजन त्रिपाठी को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने राष्ट्रीय ध्वज देकर सम्मानित किया.
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वहीं इस मौके पर सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने राष्ट्रीय गान और देश भक्ति के गीत प्रस्तुत किए. मुस्लिम समुदाय के छोटे-छोटे बच्चों ने भी देश भक्ति के कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसने सभी का मन मोह लिया.