डोईवाला: शुगर मिल के पेराई सत्र को चले डेढ़ माह बीत गया है. लेकिन अभी तक सरकार द्वारा गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है. अब किसानों के सब्र का बांध टूटने लगा है. भारतीय किसान यूनियन टिकट गुट से जुड़े सैकड़ों किसान सोमवार को शुगर मिल गेट पर इकट्ठा हुए.
गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग: किसानों ने शुगर मिल के गेट पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उनका कहना है कि डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया है. इससे हमें भारी नाराजगी है. यूनियन से जुड़े किसानों का कहना है कि सरकार ने किसानों को गुमराह किया है. सरकार किसानों की सुध नहीं ले रही है. किसानों का कहना है कि विगत वर्ष गन्ने का समर्थन मूल्य 345 और 355 था. इस बार किसान 500 रुपये गन्ने के समर्थन मूल्य की बात कर रहे हैं.
किसानों ने दी गन्ना उपज छोड़ने की चेतावनी: किसानों का कहना है कि वो एक साल की कड़ी मेहनत करके गन्ने की फसल तैयार करते हैं, लेकिन उनको उनकी मेहनत का लाभ नहीं मिल रहा है. सरकार किसानों की दोगुनी आय करने का वादा तो करती है, लेकिन महंगाई के चलते और अभी तक गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित न होने पर किसान हताश और निराश दिखाई दे रहा है. अगर सरकार का ऐसा ही रवैया रहा तो किसान गन्ने की फसल करना ही छोड़ देंगे.
उग्र आंदोलन की चेतावनी: वहीं किसानों का कहना है कि अभी वो शांतिपूर्ण तरीके से गन्ने के समर्थन मूल्य को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी. जल्दी गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित नहीं किया गया तो किसान उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे.
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