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सरोगेसी से पैदा हुए थे जुड़वा बच्चे, एक को लेकर फरार हो गई थी सरोगेट मदर, चार साल बाद मिले भाई

अल्ट्रासाउंड में दंपति को पता चला कि बच्चे जुड़वां हैं. महिला का मेरठ के टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में इलाज चल रहा था कि तभी अचानक वो गायब हो गई.

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Published : Mar 11, 2019, 8:25 PM IST

Updated : Mar 11, 2019, 11:45 PM IST

चार साल बाद मिले जुड़वां भाई

ऋषिकेश: 4 साल पहले एक सरोगेसी मामले में सरोगेट मदर ने धोखाधड़ी करते हुए एक बच्चे को अलग जगह छुपा दिया था. धोखाधड़ी का शिकार हुए दंपति ने पुलिस से इस मामले में शिकायत की थी. चार साल बाद माता-पिता अपने बिछड़े बच्चे से मिल पाए हैं. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दूसरे बच्चे को सकुशल मेरठ से बरामद कर माता-पिता को सौंप दिया है.

सरोगेसी के नाम पर धोखाधड़ी की ये बुनियाद 4 साल पहले रखी गई थी. ऋषिकेश के आशुतोष नगर के रहने वाले एक व्यक्ति ने मेरठ की रहने वाली एक महिला को सरोगेट मदर के रूप में हायर किया था. सरोगेट मदर की शुरुआती जांच मेरठ के ही एक टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में कराई गई. अल्ट्रासाउंड में दंपति को पता चला कि बच्चे जुड़वाहैं. महिला का मेरठ के टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में इलाज चल रहा था कि तभी अचानक वो गायब हो गई.

चार साल बाद मिले जुड़वां भाई

पढ़ें-'उत्तराखंड बीजेपी में नो वैकेंसी, मौजूदा सांसद ही हैं दावेदार'

कुछ समय बाद वो दंपति से मिलती है और उन्हें बताती है कि जुड़वां बच्चे पैदा हुए थे लेकिन डिलीवरी के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई और एक बच्चा वो दंपति को सौंप देती है.
हालांकि, शक के आधार पर दंपति ने अपने स्तर पर सच्चाई जानने की कोशिश की तो पता चला कि दोनों बच्चे स्वस्थ पैदा हुए थे. पुलिस में शिकायत दर्ज की गई. जांच में पता चला कि लगभग एक साल पहले भी आरोपी महिला धोखाधड़ी के आरोप में जेल जा चुकी थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुये बीते रोज मेरठ से दूसरे बच्चे को भी बरामद कर लिया है. इस मामले में एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है.

एसपी देहात प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि बच्चे को खोज निकालने के लिए पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत की है. पीड़ित परिवार ने अपने दूसरे बच्चे के लिए 4 साल का लंबा इंतजार किया लेकिन अब दोनों बच्चों के मिलने पर परिवार काफी खुश है. वहीं जब दोनों जुड़वाबच्चे मिले तो उनकी खुशी देखते ही बन रही थी.

ऋषिकेश: 4 साल पहले एक सरोगेसी मामले में सरोगेट मदर ने धोखाधड़ी करते हुए एक बच्चे को अलग जगह छुपा दिया था. धोखाधड़ी का शिकार हुए दंपति ने पुलिस से इस मामले में शिकायत की थी. चार साल बाद माता-पिता अपने बिछड़े बच्चे से मिल पाए हैं. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दूसरे बच्चे को सकुशल मेरठ से बरामद कर माता-पिता को सौंप दिया है.

सरोगेसी के नाम पर धोखाधड़ी की ये बुनियाद 4 साल पहले रखी गई थी. ऋषिकेश के आशुतोष नगर के रहने वाले एक व्यक्ति ने मेरठ की रहने वाली एक महिला को सरोगेट मदर के रूप में हायर किया था. सरोगेट मदर की शुरुआती जांच मेरठ के ही एक टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में कराई गई. अल्ट्रासाउंड में दंपति को पता चला कि बच्चे जुड़वाहैं. महिला का मेरठ के टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में इलाज चल रहा था कि तभी अचानक वो गायब हो गई.

चार साल बाद मिले जुड़वां भाई

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कुछ समय बाद वो दंपति से मिलती है और उन्हें बताती है कि जुड़वां बच्चे पैदा हुए थे लेकिन डिलीवरी के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई और एक बच्चा वो दंपति को सौंप देती है.
हालांकि, शक के आधार पर दंपति ने अपने स्तर पर सच्चाई जानने की कोशिश की तो पता चला कि दोनों बच्चे स्वस्थ पैदा हुए थे. पुलिस में शिकायत दर्ज की गई. जांच में पता चला कि लगभग एक साल पहले भी आरोपी महिला धोखाधड़ी के आरोप में जेल जा चुकी थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुये बीते रोज मेरठ से दूसरे बच्चे को भी बरामद कर लिया है. इस मामले में एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है.

एसपी देहात प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि बच्चे को खोज निकालने के लिए पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत की है. पीड़ित परिवार ने अपने दूसरे बच्चे के लिए 4 साल का लंबा इंतजार किया लेकिन अब दोनों बच्चों के मिलने पर परिवार काफी खुश है. वहीं जब दोनों जुड़वाबच्चे मिले तो उनकी खुशी देखते ही बन रही थी.

Intro:ऋषिकेश-- 4 वर्ष पहले सरोगेसी मामले में एक सरोगेट मदर ने धोखाधड़ी करते हुए एक बच्चे को अलग जगह छुपाया हुआ था,धोखाधड़ी का शिकार हुए दंपत्ति ने पुलिस से शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने कार्यवाही करते हुए दूसरे बच्चे को सकुशल मेरठ से बरामद कर माता पिता को सौंप दिया है,4 वर्ष बाद अपने जुड़वा बच्चे को पाकर माता पिता काफी खुश हैं।


Body:वी/ओ--सरोगेसी के नाम पर धोखाधड़ी की बुनियाद 4 वर्ष पहले रखी गई थी जी हां आशुतोष नगर के रहने वाले विजय वर्धन सिंह रावत ने मेरठ की रहने वाली सरोगेट मदर के रूप में नूपुर उर्फ अजंता को हायर किया कर मेरठ के एक टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर अस्पताल में शुरुआती जांच कराई गई लेकिन कुछ दिनों बाद सरोगेट मदर यहां से अचानक कुछ दिनों लिए गायब हो गई और फिर कुछ दिनों बाद सरोगेट महिला वापस आई और विजय वर्धन के परिवार से संपर्क कर बताया कि उसके जुड़वा बच्चे पैदा हुए थे लेकिन एक बच्चा मृत पैदा हुआ जिसके बाद विजय बर्धन को महिला की बात शक हुआ तो उनके द्वारा छानबीन की गई तो पता चला कि दोनों बच्चे स्वस्थ पैदा हुए थे जिसके बाद पुलिस से इसकी शिकायत की गई शिकायत के बाद लगभग एक वर्ष पहले पुलिस ने सरोगेट मदर को धोखाधड़ी के आरोप में जेल भेज दिया था लेकिन दूसरा बच्चा बरामद नही हुआ था लेकिन पुलिस ने बीते रोज दूसरे बच्चे को मेरठ से बरामद कर लिया है और पंडित गौतम नाम के आरोपी को भी गिरफ्तार किया है ग्रामीण पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसके लिए पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत की है ।

बाईट--विजय वर्धन सिंह रावत (बच्चे के पिता)
बाईट--प्रमेन्द्र सिंह डोबाल(पुलिस अधीक्षक ग्रामीण,देहरादून)


Conclusion:वी/ओ--4 वर्ष बाद दूसरे बच्चे को पाकर बच्चों की माँ रचना रावत भी काफी खुश हैं उनका कहना था कि अपने दूसरे बच्चे के लिए उन्होंने 4 वर्ष का लंबा इंतजार किया है लेकिन अब दोनों बच्चों के मिलने पर काफी खुशी है,वहीं जब दोनों जुड़वा बच्चे मिले तो उनकी खुशी देखते ही बन रही थी वह दोनों जुड़वा बच्चे एक दूसरे के साथ खूब हंसते खेलते नजर आए।

बाईट--रचना रावत (बच्चों की माँ)
Last Updated : Mar 11, 2019, 11:45 PM IST
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