ऋषिकेश: एम्स के लिहाज से इमरजेंसी आईडीपीएल रोड पर भारी-भरकम पेड़ गिर गया. गनीमत रही कि पेड़ की चपेट में कोई शख्स नहीं आया. हालांकि इससे विद्युत लाइनें टूटी, तो सैकड़ों घरों की बत्ती गुल हो गई. हैरानी की बात यह है कि पेड़ गिरने के घंटों बाद भी पुलिस से लेकर प्रशासन और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को इसका पता ही नहीं चला. पेड़ गिरने से मार्ग पर आवाजाही ठप रही.
बारिश और आंधी तूफान से टूटे पेड़: वीरभद्र रोड पर तेज हवा और बारिश के चलते एक जगह पर पेड़ की बड़ी टहनी टूटकर गिरी. वहीं दूसरी जगह पूरा पेड़ ही सड़क पर गिर गया. एम्स जाने वाले मरीजों और तीमादारों को मजबूरन नेशनल हाईवे और आम बाग की गलियों से होकर लंबा सफर तय कर जाना पड़ा. पेड़ गिरने की जानकारी चंद कदमों की दूरी पर एम्स पुलिस चौकी प्रभारी को भी नहीं लगी. पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता राजेश चौहान भी अनभिज्ञता ही जाहिर करते रहे.
रोड बंद, बिजली गुल, अफसरों को कुछ नहीं पता: एसडीएम सौरभ असवाल भी घटना से अनजान रहे. उल्टा उन्होंने घटनास्थल की जानकारी तलब कर की. ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता शक्ति प्रसाद के मुताबिक पेड़ गिरने से विद्युत लाइनें टूट गई, जिससे करीब चार घंटे आईडीपीएल और आसपास के क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित रही. मरम्मत के बाद शाम करीब सात बजे क्षेत्र में विद्युत सप्लाई को सुचारू करने की बात कही गई.
हल्द्वानी में स्कूटी के ऊपर गिरा पेड़: हल्द्वानी में भी आंधी तूफान आया. यहां आरटीओ रोड पर भारी-भरकम पेड़ सड़क पर जा गिरा. पेड़ की चपेट में एक स्कूटी आ गई. बताया जा रहा है कि खड़ी स्कूटर पर पेड़ गिरा है. बीच सड़क पर पेड़ गिरने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे अग्निशमन के कर्मियों ने पेड़ को काटकर सड़क को सुचारू किया. पेड़ गिरने से कालाढूंगी आरटीओ रोड कुछ देर के लिए बाधित भी हो गया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक स्कूटी सवार जैसे ही अपनी स्कूटी को खड़ी कर एक दुकान में पहुंचा, तभी अचानक भारी भरकम यूकेलिप्टस का पेड़ स्कूटी पर जा गिरा. गनीमत रही कि स्कूटी सवार समय रहते स्कूटी से उतर गया नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.
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बुधवार को बारिश ने भी ढाया था कहर: बुधवार को उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में खूब बारिश हुई थी. मसूरी में तो कैंपटी रोड मलबे से पट गई थी. हाल ये था कि रोड दिख ही नहीं रही थी. कैंपटी रोड का वीडियो देखकर लोग हैरान थे. चारधाम यात्रा भी बारिश और बर्फबारी के कारण प्रभावित हो रही है. खासकर केदारानाथ यात्रा में इस साल बर्फबारी कई बार रोड़ा अटका चुकी है. हालात ये हैं कि 3 जून तक केदारनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन बंद हैं.