देहरादून: प्रदेश में लॉकडाउन के बीच अन्य राज्यों से लौट रहे उत्तराखंड प्रवासियों में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं. जिसके चलते प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. वहीं 31 मई को लॉकडाउन का चौथे चरण खत्म हो रहा है. ऐसे में प्रदेशवासी त्रिवेंद्र सरकार की रणनीति जानना चाहते हैं.
गौरतलब है कि आज प्रदेश में 51 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आने के बाद कुल आंकड़ा 400 पहुंच गया है. ऐसे में हर किसी के मन में यही डर है कि आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण कम्युनिटी में न फैल जाये.
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वरिष्ठ स्तंभकार सुशील कुमार ने कहा कि प्रदेश में बीते 15 दिनों में कोविड-19 मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. जिसे देखते हुए राज्य सरकार को अब प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहतर करने की जरूरत है. दूसरी तरफ सरकार को वर्तमान में प्रदेश की आर्थिकी पर ज्यादा ध्यान न देते हुए आम जनता के स्वास्थ्य पर फोकस करने की जरुरत है. उन्होंने कहा सरकार को बाजार और स्वास्थ्य पर पैनी नजर रखते हुए फैसले लेने की जरुरत है.
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सुशील कुमार का मानना है अगर सरकार लॉकडाउन के चौथे चरण के समाप्त होने के बाद अपने विवेक से अगले कुछ दिनों के लिए पूर्ण लॉकडाउन जारी करती है तो इससे काफी हद तक कोरोना के खिलाफ लड़ने में मदद मिल सकती है. जिससे प्रदेश को फायदा हो सकता है.
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वहीं, प्रदेश में तेज से बढ़ रहे कोरोना के मरीजों को लेकर वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केपी जोशी ने भी चिंता जाहिर की है. डॉक्टर केपी जोशी ने कहा कि सरकार को बाहरी राज्यों से लौट रहे प्रवासियों की फोर्सफुल क्वारंटाइन की व्यवस्था करनी चाहिये. उन्होंने कहा कि अगर अभी भी फोर्सफुल क्वारंटाइन नहीं किया गया तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण कम्युनिटी में फैलने लगेगा. जिसके बाद स्थिति को काबू करना राज्य सरकार के लिये बड़ी चुनौती बन जाएगी.