देहरादूनः हर साल 21 अप्रैल को राष्ट्रीय लोक सेवा दिवस (National Civil Service Day) मनाया जाता है. यह दिन देश के उन सभी लोक सेवकों को समर्पित है, जो देश के विकास के लिए नीति निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करते हैं. उनके सराहनीय कार्यों के लिए इस दिन उन्हें सम्मानित भी किया जाता है. सिविल सर्विस में जॉब करना सभी युवाओं का सपना होता है. जो युवा सिविल सर्विस में जाना चाहते हैं, वो काफी मेहनत करते हैं. आज आपको विशेषज्ञों की ऐसे राय और टिप्स से रूबरू करा रहे हैं. जो सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे युवाओं की कुछ हद तक मदद कर सकता है.
देश के प्रशासनिक तंत्र से जुड़कर नागरिक सेवा में अपना सहयोग देने के लिए सिविल सर्विस से बेहतर और दूसरा कोई विकल्प नहीं है. आज भी देश में हर साल 10 लाख से ज्यादा युवा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा में प्रतिभाग करते हैं, लेकिन इसमें से कुछ ही अभ्यर्थियों को देश के प्रशासनिक तंत्र से जुड़कर नागरिक सेवा का मौका मिल पाता है.
ऐसे करें सिविल सर्विस परीक्षाओं की तैयारियां
नेशनल सिविल सर्विस डे के मौके पर ईटीवी भारत संवाददाता ने वाईएस रिसर्च फाउंडेशन ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के निदेशक डॉ. सुशील कुमार सिंह से खास बातचीत की और यह जानने का प्रयास किया कि आखिर कैसे सिविल सर्विस परीक्षाओं की तैयारी करनी चाहिए?
डॉ. सुशील कुमार सिंह ने बताया कि यूपीएससी परीक्षा के कुल 3 लेवल्स होते हैं. इसमें पहला प्रारंभिक परीक्षा जिसमें अभ्यर्थी के सामान्य ज्ञान को आंका जाता है. वहीं, दूसरी परीक्षा मेंस की होती है, इसमें अभ्यर्थी से कुछ ऐसे प्रश्न होते हैं, जिसमें अभ्यर्थी का आईक्यू लेवल परखा जाता है. जबकि, तीसरा लेवल इंटरव्यू का होता है, जिसमें अभ्यर्थी की ओवरऑल पर्सनैलिटी को देखा जाता है.
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डॉ. सुशील कुमार बताते हैं कि UPSC परीक्षा के लिए कोई भी छात्र योग्य है, जिसने देश की किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की हो, लेकिन यह परीक्षा सिर्फ कुछ महीनों की तैयारी से उत्तीर्ण नहीं की जा सकती. इसकी तैयारी में लंबा वक्त लगता है. इसलिए छात्र-छात्राओं को इस बात का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है कि यदि भारतीय सिविल सेवा से जुड़ना चाहते हैं तो वो समय रहते ही इसकी तैयारी शुरू कर दें.
26 अप्रैल को होगा UPSC 2020 का इंटरव्यू
बता दें कि है कि आगामी 26 अप्रैल को यूपीएससी 2020 की परीक्षा के लिए साक्षात्कार होना है. ऐसे में UPSC साक्षात्कार को लेकर डॉ. सुशील कुमार सिंह ने अभ्यर्थियों के लिए विशेष संदेश दिया. डॉ. सुशील कुमार के मुताबिक साक्षात्कार में शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों को इस बात का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है कि साक्षात्कार के दौरान जो भी सवाल उनसे किया जाए, वो उनका सही और सीधा जवाब दें.
यदि उन्हें किसी सवाल का जवाब नहीं आता तो इस पर ज्यादा समय नष्ट न करते हुए बेझिझक कह दें कि उन्हें उस सवाल का जवाब नहीं पता. ऐसा इसलिए क्योंकि इंटरव्यू लेने के लिए मौजूद स्पेशल पैनल के लोग भी इस बात को भलीभांति समझते हैं कि हर अभ्यर्थी के पास हर सवाल का जवाब हो यह जरूरी नहीं.
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यह है भारतीय सिविल सेवाएं
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय पुलिस सर्विस (आईपीएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और अखिल भारतीय सेवाओं व केंद्रीय सेवा समूह 'अ' और 'ब' ये सभी परीक्षाएं भारतीय लोक सेवा आयोग के तहत कराई जाती हैं.
राष्ट्रीय लोक सेवा दिवस का इतिहास
21 अप्रैल साल 1947 को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने ऑल इंडिया सर्विस का उद्घाटन किया था. इस दौरान दिल्ली में मेडकॉफ हाउस में ऑल इंडिया एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस ट्रेनिंग स्कूल में उन्होंने एक जोरदार भाषण से देश के सभी सिविल सर्विसेज को संबोधित किया. तभी से ही हर साल 21 अप्रैल को देश में नेशनल सिविल सर्विस डे मनाया जाने लगा.