देहरादून: उत्तराखंड में फोक संगीत में इन दिनों पांडवास ग्रुप नई ईबारत लिख रहा है. अपने गानों, प्रस्तुतियों से पांडवास ग्रुप हर किसी के दिल को छू रहा है. पांडवास ग्रुप अपने संगीत, वीडियो क्वालिटि और प्रस्तुति के जरिये एक ऐसी दुनिया क्रिएट करते हैं जो हर किसी उत्तराखंडी को उससे जुड़ने पर मजबूर कर देती है. उत्तराखंडी फोक में फ्यूजन का तड़का डालकर पांडवास ने अलग ही फैन फॉलोइंग बनाई है. जिसके कारण पांडवास का हर गाना सुपरहिट रहता है. उत्तराखंड में फोक संगीत को अपने नए आयाम पर ले जाने वाले पांडवास ग्रुप ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें पांडवास ग्रुप ने कहा वे जल्द ही उत्तराखंड के कुमाऊं और जौनसार के फोक के साथ भी कुछ बेहतरीन प्रयोग करने वाले हैं.
देहरादून में पांडवास ने बढ़ाई लोगों की दिलों की धड़कन: मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के मौके पर किये गये आयोजन में उत्तराखंड के विश्व विख्यात फोक बैंड पांडवास ने बेहतरीन प्रस्तुति दी. इस दौरान पांडवास ने घुघुती, समलौंण के अलावा अपनी टाइम मशीन सीरीज के कई गानों से लोगों की दिलों की धड़कने को बढ़ाया. स्टेज पर परफॉर्मेंस देने से पहले पांडवास ग्रुप के फाउंडर ईशान डोभाल और उनकी टीम ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने बताया किस तरह से वह उत्तराखंड के लोक संगीत को आधुनिक ट्रेंड से मिक्स कर एक बेहतरीन प्रस्तुति तैयार करते हैं. बता दें पांडवास ग्रुप पहला उत्तराखंड का ऐसा म्यूजिकल बैंड है जो पहाड़ से संचालित होता है. पांडवास का पूरा सेटअप गढ़वाल के श्रीनगर में मौजूद है. वहीं, से पांडवास अपनी सारी प्रस्तुतियां रिलीज करते हैं.
फोक नए एक्सपेरिमेंट से नहीं होते खराब: ईटीवी भारत से खास बातचीत में पांडवास ग्रुप के फाउंडर ईशान डोभाल ने अपने काम करने के तरीके के बारे में बताया. उन्होंने बताया वह लगातार उत्तराखंड के लोक संगीत पर रिसर्च करते रहते हैं. वे उसे किस तरह से नए तरीके से पेश करें इस पर काम करते हैं. ईशान ने कहा वह कोशिश करते हैं कि पुराने म्यूजिक को ऐसा बनाया जाये जिससे युवा पीढ़ी भी कनेक्ट करें. ईशान डोभाल ने बताया उनकी यह कोशिश लगातार रंग ला रही है. लोगों को उनका म्यूजिक पसंद आ रहा है. उन्होंने कहा जो लोग कहते थे कि फोक म्यूजिक के साथ छेड़छाड़ करने से वह खराब हो जाता है, हमारे काम करने के बाद उनका कथन को गलत साबित हो गया है.
समलौण में अंग्रेजी और गढ़वाली का फ्यूजन: पांडवास के ही समलौण गाने में अंग्रेजी और गढ़वाली का बेहद खूबसूरत फ्यूजन तैयार करने वाले ईशान ने उनकी इस क्रिएटिविटी के बारे में बताया. उन्होंने बताया उन्हें पहले इस बात पर विश्वास नहीं हो रहा था कि गढ़वाली और अंग्रेजी का इतनी अच्छी तरह से प्रस्तुत किया जा सकता है. इस गाने के गढ़वाली गायक आत्मा प्रकाश बमोला की प्रेरणा से सुशांत भट ने यह ट्रैक तैयार किया. उन्होंने यहां के रहन-सहन और यहां की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अपने जेहन में ट्रैक तैयार किया. जिसके बाद एक बेहद सुंदर प्रस्तुति निकलकर सामने आई. आखिरकार पांडवास के दर्शकों और श्रोताओं ने इस गाने को बेहद ज्यादा प्यार दिया.
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यकुलांस बनी पहाड़ के बुजुग की कहानी: पांडवास की टीम ने यकुलांस की प्रस्तुति के बारे में भी विस्तार से बात की. उन्होंने बताया इस गाने के रियल हीरो जगदम्बा चमोला हैं. जिनकी कविता ने इस गाने में स्पार्क दिया है. उन्होंने बताया जगदम्बा चमोला की गढ़वाली कविताओं में उत्तराखंड की सारी पीड़ाएं और समस्याएं हैं. उन्होंने बताया उनकी कविताएं हर एक उत्तराखंडी से कनेक्ट करती हैं. इस गाने की जर्नी के बारे में ईशान डोभाल ने बताया वह पहले केवल 5 मिनट का एक गाना तैयार कर रहे थे, लेकिन यह आधे घंटे की एक ऐसी शॉर्ट फिल्म बन गई जिसमें पहाड़ के वीरान गांव में अकेले रहते बुजुर्ग के जीवन को दर्शाया गया. इसी तरह से धुन्याल के सक्सेस पर भी पांडवास ने बात की. उन्होंने इसका श्रेय इस गाने के गायक श्रद्धा को दिया.
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अब कुमाऊं और जौनसार को छुएंगे पांडवास: ईशान डोभाल ने बताया वह लगातार उत्तराखंड के फोक संगीत पर रिसर्च कर रहे हैं. लगातार नई चीजों को ढूंढ रहे हैं. उन पर अपने संगीत के हुनर को आजमा रहे हैं. इसका उन्हें बेहतर रिस्पांस मिल रहा है. साथ ही उन्होंने कहा जो लोग इसमें टिके हुए हैं वही पांडवास हैंय ईशान डोभाल ने कहा जल्द ही वह कुमाऊं के कुछ फोक और जौनसार के कुछ फोक संगीत पर नया प्रयोग करने जा रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि वह भी उत्तराखंड के लोगों को बेहद ज्यादा पसंद आएगा.