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महिलाओं के प्रशिक्षण शिविर में शामिल हुए हरदा, जमकर की सराहना

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Published : Sep 13, 2020, 8:32 PM IST

Updated : Sep 13, 2020, 10:00 PM IST

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में अनेकों उत्पाद ऐसे हैं, जिनको मार्केटिंग की जरूरत है. यहां की हस्तशिल्प की विदेश में भी भारी मांग है. उन्होंने कहा महिलाओं को आज के समय में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है.

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महिलाओं के प्रशिक्षण शिविर में पहुंचे हरीश रावत

डोईवाला: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज भीमल से बने घरेलू व सजावटी उत्पाद प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम में पहुंचे. जहां उन्होंने महिलाओं के प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया. इस दौरान हरीश रावत ने घरेलू उत्पाद बनाकर आत्मनिर्भर बन रही है ग्रामीण महिलाओं से बातचीत की.

हरीश रावत ने कहा कोरोना काल में सभी लोगों के काम प्रभावित हुए हैं. जिससे महिलाओं को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, मगर महिलाएं जिस तरीके से रचनात्मक कार्य करते हुए घरेलू व सजावटी उत्पाद बनाकर बाजार में बेचने का काम कर रही हैं, वह काबिले तारीफ है. उन्होंने कहा इस काम से ग्रामीण महिलाओं आत्मनिर्भर होन के साथ-साथ लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत भी बन रही हैं.

महिलाओं के प्रशिक्षण शिविर में हरीश रावत.

पढ़ें: पंजाब-उत्तराखंड में 'शोमैन' की भूमिका में होंगे हरदा, सियासी सूझबूझ से जीतेंगे 2022 का 'समर'

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में अनेकों उत्पाद ऐसे हैं जिनको मार्केटिंग की जरूरत है. यहां की हस्तशिल्प कारीगरी की विदेश में भी भारी मांग है. उन्होंने कहा महिलाओं को आज के समय में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है. पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि बांस, रिंगाल, कंडाली के रेशे से बने उत्पाद की बाजार में खूब डिमांड में हैं. इनकी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी भारी डिमांड है.

ये भी पढ़े: उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी में स्नातक प्रथम और द्वितीय वर्ष की नहीं होंगी परीक्षाएं

वहीं, महिलाओं को प्रशिक्षण देने वाली कांग्रेस नेत्री हेमा पुरोहित ने कहा कि आज के परिवेश में महिलाओं को आत्मनिर्भर होने की बेहद आवश्यकता है. उन्होंने सैकड़ों महिलाओं को भीमल के रेशे से घरेलू और सजावटी उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया है. जिससे महिलाएं ऐसे उत्पाद बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं.

डोईवाला: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज भीमल से बने घरेलू व सजावटी उत्पाद प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम में पहुंचे. जहां उन्होंने महिलाओं के प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया. इस दौरान हरीश रावत ने घरेलू उत्पाद बनाकर आत्मनिर्भर बन रही है ग्रामीण महिलाओं से बातचीत की.

हरीश रावत ने कहा कोरोना काल में सभी लोगों के काम प्रभावित हुए हैं. जिससे महिलाओं को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, मगर महिलाएं जिस तरीके से रचनात्मक कार्य करते हुए घरेलू व सजावटी उत्पाद बनाकर बाजार में बेचने का काम कर रही हैं, वह काबिले तारीफ है. उन्होंने कहा इस काम से ग्रामीण महिलाओं आत्मनिर्भर होन के साथ-साथ लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत भी बन रही हैं.

महिलाओं के प्रशिक्षण शिविर में हरीश रावत.

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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में अनेकों उत्पाद ऐसे हैं जिनको मार्केटिंग की जरूरत है. यहां की हस्तशिल्प कारीगरी की विदेश में भी भारी मांग है. उन्होंने कहा महिलाओं को आज के समय में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है. पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि बांस, रिंगाल, कंडाली के रेशे से बने उत्पाद की बाजार में खूब डिमांड में हैं. इनकी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी भारी डिमांड है.

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वहीं, महिलाओं को प्रशिक्षण देने वाली कांग्रेस नेत्री हेमा पुरोहित ने कहा कि आज के परिवेश में महिलाओं को आत्मनिर्भर होने की बेहद आवश्यकता है. उन्होंने सैकड़ों महिलाओं को भीमल के रेशे से घरेलू और सजावटी उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण दिया है. जिससे महिलाएं ऐसे उत्पाद बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं.

Last Updated : Sep 13, 2020, 10:00 PM IST
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