देहरादून: आए दिन हो रहे हादसों की वजह से 'खूनी फ्लाईओवर' कहलाने वाला बल्लीवाला फ्लाईओवर की खबर को ईटीवी भारत ने हाल ही में प्रमुखता से प्रकाशित किया था. खबर प्रकाशित होने के बाद मामले का संज्ञान लेते हुए ट्रैफिक पुलिस और एनएच अधिकारियों ने फ्लाईओवर का निरीक्षण किया. ईटीवी भारत की खबर का एक बार फिर असर हुआ है.
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ग्राउंड रिपोर्ट में Etv Bharat ने दिखाया था कि इस फ्लाईओवर की चौड़ाई औसत से कम है और जब भी कोई ट्रक या कोई बड़ा वाहन गुजरता है तो ओवरटेक की वजह से अक्सर हादसे होते हैं. साथ ही फ्लाईओवर पर बने बेहिसाब स्पीड ब्रेकर भी हादसों का प्रमुख कारण बन रहे हैं. वहीं, शुक्रवार को निरीक्षण के लिए पहुंची टीम ने भी पाया कि फ्लाईओवर पर कुल 17 स्पीड ब्रेकर हैं, जिस वजह से फ्लाईओवर पर दुर्घटना के अलावा जाम की स्थिति बनती है. निरीक्षण के बाद टीम ने तय किया कि इस फ्लाईओवर पर अब सिर्फ आठ स्पीड ब्रेकर ही रहेंगे.
ड्रिंक एंड ड्राइव और रैश ड्राइव की वजह से होने वाले एक्सीडेंट के मद्देनजर एसपी सिटी ने फ्लाईओवर के दोनों ओर रात को चेकिंग अभियान शुरू करने को कहा है. एसपी ट्रैफिक प्रकाश चन्द्र आर्य ने बताया कि पुलिस और एनएच के अधिकारियों ने बल्लीवाला फ्लाईओवर का निरीक्षण किया, जिसमें सामने आया कि स्पीड ब्रेकर ज्यादा होने की वजह से हादसे हो रहे हैं. अब फ्लाईओवर पर 17 स्पीड ब्रेकर के बजाय सिर्फ 8 ही ब्रेकर रहेंगे.
13 लोगों की जा चुकी है जान
बल्लीवाला फ्लाईओवर 2016 में बनकर तैयार हुआ था. तब से अबतक 13 दोपहिया सवार जान गवा चुके हैं. पिछले दिनों ही तकनीकी खामियों से भरे इस फ्लाईओवर का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने निरीक्षण किया था. उन्होंने खामियों को तत्काल दूर करने के निर्देश भी दिए थे. मुख्यमंत्री के निरीक्षण के दिन ही फ्लाईओवर पर एक्सीडेंट हुआ और एक युवक घायल हो गया.