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बैंकों के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारी, बनाई आंदोलन की रणनीति

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Published : Apr 5, 2021, 12:14 PM IST

Updated : Apr 5, 2021, 2:35 PM IST

उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के सचिव चन्द्रकांत जोशी ने बताया कि निजीकरण के विरोध में पिछले महीने 15-16 मार्च को देशव्यापी हड़ताल की गई थी. हड़ताल में खासकर युवा कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की चेतावनी दी थी.

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बैंकों के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारी

देहरादून: उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन देहरादून इकाई की हर तीन साल में होने वाली त्रैवार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया. आमसभा में अगले तीन सालों के लिए कार्यकारिणी का चुनाव हुआ. जिसमें सभी कर्मचारियों में से सर्वसम्मति से पदाधिकारियों का चुनाव हुआ है. साथ ही बैठक के दौरान बैंकिंग की स्थिति पर चर्चा की गई. बैंकों के निजीकरण को लेकर विरोध करते हुए अप्रैल के आखिरी हफ्ते में दोबारा से देशव्यापी आंदोलन किया जायेगा.

पढ़ें : हरिद्वार: बैरागी कैंप में लगी भीषण आग, दर्जनों झोपड़ियां जलकर खाक

उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के सचिव चन्द्रकांत जोशी ने बताया कि निजीकरण के विरोध में पिछले महीने 15-16 मार्च को देशव्यापी हड़ताल की गई थी. हड़ताल में खासकर युवा कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. साथ ही त्रैवार्षिक आमसभा चुनाव में अध्यक्ष अनिल जैन, उपाध्यक्ष राजन पुंडीर, डीएन उनियाल, सचिव चन्द्रकांत जोशी, संयुक्त सचिव विनय शर्मा सहित 16 सहायक सचिव चुने गए.

उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के जिला सचिव चंद्रकांत जोशी ने बताया कि बैंक यूनियन की त्रैवार्षिक आमसभा होती है. जिसमें नई कार्यकारिणी चुनी जाती है. बैंक से संबंधित जितने भी ज्वलंत मुद्दे होते हैं उनके बारे में चर्चा की जाती है. चर्चा के दौरान प्लेटफार्म बनाया जाता है. वर्तमान में केंद्र सरकार बैंकों के निजीकरण के लिए काफी जोर दे रही है, जो सरासर गलत है. बैंकों के निजीकरण के बाद कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है. चन्द्रकांत जोशी ने कहा कि बैठक में अप्रैल के आखिर में देशव्यापी आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है.

देहरादून: उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन देहरादून इकाई की हर तीन साल में होने वाली त्रैवार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया. आमसभा में अगले तीन सालों के लिए कार्यकारिणी का चुनाव हुआ. जिसमें सभी कर्मचारियों में से सर्वसम्मति से पदाधिकारियों का चुनाव हुआ है. साथ ही बैठक के दौरान बैंकिंग की स्थिति पर चर्चा की गई. बैंकों के निजीकरण को लेकर विरोध करते हुए अप्रैल के आखिरी हफ्ते में दोबारा से देशव्यापी आंदोलन किया जायेगा.

पढ़ें : हरिद्वार: बैरागी कैंप में लगी भीषण आग, दर्जनों झोपड़ियां जलकर खाक

उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के सचिव चन्द्रकांत जोशी ने बताया कि निजीकरण के विरोध में पिछले महीने 15-16 मार्च को देशव्यापी हड़ताल की गई थी. हड़ताल में खासकर युवा कर्मचारियों ने मांग पूरी न होने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. साथ ही त्रैवार्षिक आमसभा चुनाव में अध्यक्ष अनिल जैन, उपाध्यक्ष राजन पुंडीर, डीएन उनियाल, सचिव चन्द्रकांत जोशी, संयुक्त सचिव विनय शर्मा सहित 16 सहायक सचिव चुने गए.

उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के जिला सचिव चंद्रकांत जोशी ने बताया कि बैंक यूनियन की त्रैवार्षिक आमसभा होती है. जिसमें नई कार्यकारिणी चुनी जाती है. बैंक से संबंधित जितने भी ज्वलंत मुद्दे होते हैं उनके बारे में चर्चा की जाती है. चर्चा के दौरान प्लेटफार्म बनाया जाता है. वर्तमान में केंद्र सरकार बैंकों के निजीकरण के लिए काफी जोर दे रही है, जो सरासर गलत है. बैंकों के निजीकरण के बाद कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है. चन्द्रकांत जोशी ने कहा कि बैठक में अप्रैल के आखिर में देशव्यापी आंदोलन की रणनीति तैयार की जा रही है.

Last Updated : Apr 5, 2021, 2:35 PM IST
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