ETV Bharat / state

डोईवाला में हाथियों ने रौंदी गन्ने की फसल, किसान बोले- फसल बचाएं या अपनी जान!

डोईवाला के शिमलास ग्रांट में हाथियों के झुंड ने कई बीघा गन्ने की फसल को रौंदकर तहस-नहस कर दिया. किसानों का कहना है कि जब वो हाथियों को भगाने जा रहे हैं तो हाथी उन पर हमला भी कर रहे हैं. जिससे किसानों के आगे यह समस्या पैदा हो गई है कि वे अपनी फसल बचाएं या फिर अपनी जान.

Elephants Damaged Sugarcane crop in Doiwala
डोईवाला में हाथियों ने रौंदी गन्ने की फसल
author img

By

Published : Nov 6, 2022, 5:51 PM IST

Updated : Nov 6, 2022, 6:20 PM IST

डोईवालाः लच्छीवाला रेंज के अंतर्गत शिमलास ग्रांट में हाथियों ने गन्ने की फसल को रौंद दिया. इतना ही नहीं उन्हें भगाने गए किसानों को हाथियों ने दौड़ा दिया. किसी तरह से किसानों ने भागकर अपनी जान बचाई. किसानों का आरोप वन विभाग लापरवाह बना हुआ है. वन विभाग की ओर से न तो इलेक्ट्रिक उपकरण लगाए जा रहे हैं न ही खाई खोदी जा रही है. जिससे हाथी उनके फसलों को रौंद रहे हैं.

दरअसल, लच्छीवाला रेंज के अंतर्गत शिमलास ग्रांट में किसानों को अपनी गन्ने की फसल को बचाना मुश्किल हो गया है. पूरी रात खेत की रखवाली करने के बाद भी गन्ने की फसल को हाथी चौपट कर रहे हैं. शनिवार की रात को हाथियों के झुंड ने कई बीघा गन्ने की फसल को रौंदकर तहस-नहस (Elephants Damaged Sugarcane crop) कर दिया. जब किसानों ने हाथियों को भगाने की कोशिश की तो हाथियों ने उन पर ही हमला बोल दिया. बमुश्किल किसानों ने भागकर अपनी जान बचाई.

डोईवाला में हाथियों ने रौंदी गन्ने की फसल.

फसल बचाएं या अपनी जान बचाएंः किसान और पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह ने कहा कि इस समय गन्ने की फसल पूरी तरीके से तैयार है. कड़ी मेहनत के बाद गन्ने की फसल तैयार हुई, लेकिन जब गन्ने को शुगर मिल में भेजने का समय आया तो हाथियों ने कई बीघा गन्ने की फसल को बर्बाद कर दिया. जब वो हाथियों को भगाने जा रहे हैं तो वो उन पर हमला कर रहे हैं. अब किसानों के आगे यह संकट पैदा हो गया है कि वे अपनी फसल बचाएं या फिर अपनी जान बचाएं.
ये भी पढ़ेंः रुड़की में नाले के जरिए खेत तक पहुंचा मगरमच्छ, वन कर्मियों ने पकड़ा

विन विभाग पर लापरवाही का आरोपः किसानों ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि विभाग लापरवाह बना हुआ है. किसान लंबे समय से इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगाने की मांग (People Demand Electric fencing) कर रहे हैं, लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी खेतों को बचाने के लिए विभाग की ओर से इलेक्ट्रिक फेंसिंग नहीं लगाई जा रही है. जिससे हाथी खेतों और रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं. उनका आरोप है कि विभाग मुआवजे के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है.

क्या बोले रेंज अधिकारी? वहीं, किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द फसलों को बचाने के लिए विभाग ने इलेक्ट्रिक फेंसिंग नहीं लगाई तो किसान आंदोलन के साथ-साथ अधिकारियों का घेराव और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने को भी मजबूर हो जाएंगे. उधर, लच्छीवाला रेंज अधिकारी घनानंद उनियाल (Lachhiwala Range Officer Ghananand Uniyal) ने बताया कि उनकी ओर से इलेक्ट्रिक फेंसिंग के लिए प्रस्ताव भेजा हुआ है. उम्मीद है कि वित्तीय स्वीकृति मिलने पर इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

डोईवालाः लच्छीवाला रेंज के अंतर्गत शिमलास ग्रांट में हाथियों ने गन्ने की फसल को रौंद दिया. इतना ही नहीं उन्हें भगाने गए किसानों को हाथियों ने दौड़ा दिया. किसी तरह से किसानों ने भागकर अपनी जान बचाई. किसानों का आरोप वन विभाग लापरवाह बना हुआ है. वन विभाग की ओर से न तो इलेक्ट्रिक उपकरण लगाए जा रहे हैं न ही खाई खोदी जा रही है. जिससे हाथी उनके फसलों को रौंद रहे हैं.

दरअसल, लच्छीवाला रेंज के अंतर्गत शिमलास ग्रांट में किसानों को अपनी गन्ने की फसल को बचाना मुश्किल हो गया है. पूरी रात खेत की रखवाली करने के बाद भी गन्ने की फसल को हाथी चौपट कर रहे हैं. शनिवार की रात को हाथियों के झुंड ने कई बीघा गन्ने की फसल को रौंदकर तहस-नहस (Elephants Damaged Sugarcane crop) कर दिया. जब किसानों ने हाथियों को भगाने की कोशिश की तो हाथियों ने उन पर ही हमला बोल दिया. बमुश्किल किसानों ने भागकर अपनी जान बचाई.

डोईवाला में हाथियों ने रौंदी गन्ने की फसल.

फसल बचाएं या अपनी जान बचाएंः किसान और पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह ने कहा कि इस समय गन्ने की फसल पूरी तरीके से तैयार है. कड़ी मेहनत के बाद गन्ने की फसल तैयार हुई, लेकिन जब गन्ने को शुगर मिल में भेजने का समय आया तो हाथियों ने कई बीघा गन्ने की फसल को बर्बाद कर दिया. जब वो हाथियों को भगाने जा रहे हैं तो वो उन पर हमला कर रहे हैं. अब किसानों के आगे यह संकट पैदा हो गया है कि वे अपनी फसल बचाएं या फिर अपनी जान बचाएं.
ये भी पढ़ेंः रुड़की में नाले के जरिए खेत तक पहुंचा मगरमच्छ, वन कर्मियों ने पकड़ा

विन विभाग पर लापरवाही का आरोपः किसानों ने वन विभाग पर आरोप लगाया कि विभाग लापरवाह बना हुआ है. किसान लंबे समय से इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगाने की मांग (People Demand Electric fencing) कर रहे हैं, लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी खेतों को बचाने के लिए विभाग की ओर से इलेक्ट्रिक फेंसिंग नहीं लगाई जा रही है. जिससे हाथी खेतों और रिहायशी इलाकों में पहुंच रहे हैं. उनका आरोप है कि विभाग मुआवजे के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहा है.

क्या बोले रेंज अधिकारी? वहीं, किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द फसलों को बचाने के लिए विभाग ने इलेक्ट्रिक फेंसिंग नहीं लगाई तो किसान आंदोलन के साथ-साथ अधिकारियों का घेराव और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने को भी मजबूर हो जाएंगे. उधर, लच्छीवाला रेंज अधिकारी घनानंद उनियाल (Lachhiwala Range Officer Ghananand Uniyal) ने बताया कि उनकी ओर से इलेक्ट्रिक फेंसिंग के लिए प्रस्ताव भेजा हुआ है. उम्मीद है कि वित्तीय स्वीकृति मिलने पर इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

Last Updated : Nov 6, 2022, 6:20 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.