देहरादून: उत्तराखंड में शिक्षा विभाग की बदहाली किसी से छिपी नहीं है, स्कूलों की खराब व्यवस्था से लेकर शिक्षकों की कमी तक सरकारी विद्यालयों में बड़ी चुनौती बनी हुई है. इस बीच बड़ी खबर यह है कि नई सरकार के नए शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत 6 महीने में इन हालातों पर अमूल चूक परिवर्तन करने का दावा किया है. उत्तराखंड में पिछले 21 सालों के दौरान शिक्षा के हालातों में जो बदलाव नहीं हुआ वो शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने अगले 6 महीने में करने का दावा किया है.
उन्होंने शिक्षकों की कमी से लेकर गुणवत्ता तक में सुधार के वायदे किए गए हैं, यही नहीं सरकारी विद्यालयों में टाट पट्टी व्यवस्था को पूरी तरह से खत्म करने की बात भी कही गई है. जाहिर है कि ऐसा करना काफी चुनौतीपूर्ण है लेकिन यह दावे सबसे ज्यादा सवाल भाजपा की पूर्व सरकार में पूरे 5 साल तक शिक्षा मंत्री रहे अरविंद पांडे की कार्यप्रणाली पर खड़े करेंगे. दरअसल, शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने कहा है कि अगले 1 महीने में सभी डीपीसी और प्रमोशन को लेकर रिक्त पदों को पूरी तरह से भर दिया जाएगा.
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यही नहीं अगले 6 महीने में शिक्षा विभाग में शिक्षकों के रिक्त पदों को भी भर दिया जाएगा. इसके अलावा हर स्कूल में खेल का सामान और लाइब्रेरी भी अगले 6 महीने में दे दी जाएगी. धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य होगा जो 15 बच्चों पर एक शिक्षक देगा. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बेसिक के तहत 15 बच्चों पर एक शिक्षक रखा जाएगा. उधर माध्यमिक स्तर पर 30 बच्चों पर एक शिक्षक होगा उधर प्राइमरी में 2 शिक्षक अनिवार्य रूप से तैनात होंगे.
धनसिंह रावत ने कहा 1 साल का भी विभाग एक रोड मेप बना रहा है. उन्होंने जो दावे किए हैं वह वाकई शिक्षा व्यवस्था को बदलने के लिए काफी कारगर हो सकते हैं. लेकिन देखना यह होगा कि 21 साल की बदहाली को शिक्षा मंत्री 6 महीने में कैसे खत्म कर पाते हैं. यदि ऐसा होता है तो यह सबसे बड़ा सवाल पिछले 5 साल तक भाजपा की सरकार में शिक्षा मंत्री रहे अरविंद पांडे पर भी खड़ा करेगी की उन्होंने पिछले 5 साल में ऐसी व्यवस्था क्यों नहीं की.