मसूरी: छावनी परिषद क्षेत्र में पेयजल की समस्या को लेकर मसूरी छावनी परिषद कार्यालय में मुख्य अधिशासी अधिकारी अभिषेक राठौड़ के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया गया. बैठक के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया. बैठक में छावनी क्षेत्र में पेयजल की समस्या पर विस्तार से वार्ता की गई. बैठक में यह तय किया गया कि छावनी परिषद में पेयजल कनेक्शनों का निरीक्षण कर मीटर के साथ लीकेज का भी पता लगाया जाए.
बैठक में तय हुआ कि छावनी क्षेत्र में जगह चिन्हित कर दो बड़े वाटर टैंकों का निर्माण किया जाएगा. छावनी परिषद क्षेत्र में लोगों को पेयजल तो मिल रहा है परंतु सप्लाई का नियोजन सही तरीके से नहीं किया गया है, इस कारण लोगों को काफी दिक्कतें हो रही हैं.
एसडीएम वरुण चौधरी ने बताया कि छावनी क्षेत्र में पेयजल की समस्या को लेकर एक कमेटी का गठन किया गया है. जिसमें छावनी के मुख्य अधिशासी अधिकारी, एसडीएम मसूरी, स्टेट मैनेजमेंट यूनिट मसूरी गढ़वाल और जल संस्थान के अधिकारियों होगे. जिनकी देखरेख में छावनी क्षेत्र में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी. जल्द छावनी परिषद क्षेत्र के विकास को लेकर छावनी क्षेत्र का निरीक्षण कर योजना बनाई जाएगी. जिसकी डीपीआर तैयार कर रक्षा मंत्रालय को भेजी जाएगी, जिस पर स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू किया जाएगा. छावनी परिषद के विकास को लेकर जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा.
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बैठक में जल संस्थान मसूरी को छावनी परिषद में जल व्यवस्था संचालित करने का आग्रह किया गया, लेकिन जल संस्थान के अधिशासी अभियंता एसके सिंह सैनी ने इससे इंकार कर दिया. उनका कहना था कि पहले ही मसूरी का पूरा क्षेत्र गढ़वाल जल संस्थान को देखना होता है. ऐसे में छावनी परिषद पहले की तरह छावनी क्षेत्र में जल व्यवस्था संचालित करें जिसमें गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारी पूरा सहयोग करेंगे.