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उत्तराखंड में होता है एक काम का डबल पेमेंट, कर्मचारियों को दी जाती है दोगुनी तनख्वाह, जानें वजह

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Published : Jul 27, 2019, 3:17 PM IST

Updated : Jul 27, 2019, 4:22 PM IST

देशभर में जिस ऑनलाइन व्यवस्था को पारदर्शी सिस्टम के लिए उपयोग में लाया जा रहा है वही व्यवस्था उत्तराखंड में बिना काम के करोड़ों बांट रही है. मामला आईएफएमएस यानी एकीकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली से जुड़ा है.

उत्तराखंड में होता है एक काम का डबल पेमेंट.

देहरादून: एक ओर प्रदेश आर्थिक कमजोरी से जूझ रहा है तो वहीं, प्रदेश में कर्मचारियों को दोगुनी तनख्वाह देने का मामला सामने आया है. मामला आईएफएमएस (इंटरेस्ट फ्री मेंटिनेंस सिक्युरिटी) यानी एकीकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली से जुड़ा है, जिसे कर्मचारियों की तनख्वाह, पेंशन और दूसरे भुगतान के लिए उपयोग में लाया जा रहा है. लेकिन इसमें खामियां रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. ईटीवी भारत के पास मौजूद दस्तावेज इस बात की तस्दीक कर रहे हैं.

आईएफएमएस की पहली बड़ी चूक का मामला पौड़ी जिले से है. यहां कोषागार पौड़ी द्वारा पीडब्ल्यूडी को 90 लाख की जगह 1 करोड़ 80 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया. इसके अलावा हरिद्वार में तो ऐसे दर्जनों मामले सामने आ गए हैं. यहां एसएसपी कार्यालय, 40वीं वाहिनी पीएसी, इंडिया रिजर्व बटालियन, एटीसी हरिद्वार, राज्य कर विभाग हरिद्वार, जिला बचत विभाग और जिला पूर्ति कार्यालय में दोगुने भुगतान और तनख्वाह बांट दी गई.

उत्तराखंड में होता है एक काम का डबल पेमेंट.

ये भी पढ़ें: जरा याद करो कुर्बानी: कब तक सिर्फ किस्से और कहानियों में ही याद किये जाते रहेंगे शहीद?

वहीं, शिक्षा विभाग में तो पिछले कुछ महीनों से कर्मचारियों को दोगुनी तनख्वाह का तोहफा दिया जा रहा है. हालत ये है कि अब विभाग ही खुद चिट्ठी लिखकर कोषागार से इस भुगतान को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं. इतनी बड़ी चूक होने के बावजूद भी वित्त सचिव अमित नेगी सॉफ्टवेयर के नए होने की बात कहकर मामले को बेहद सामान्य बता रहे हैं. इसके चलते पहले भी जब आईएफएमएस में भारी गलतियां हुई थीं तो वित्त सचिव अमित नेगी भी इस प्रणाली के गड़बड़ होने की बात कहकर अधिकारियों की छुट्टियां तक कैंसिल कर चुके हैं.

बता दें कि indus web solutions pvt. Ltd. के द्वारा लगातार आईएफएमएस का काम देखा जा रहा है. लगातार इसमें गलतियां भी की जा रही है, लेकिन इस कंपनी पर अधिकारियों की मेहरबानी होने के कारण ये गलतियों को नजरअंदाज किया जा रहा है.

देहरादून: एक ओर प्रदेश आर्थिक कमजोरी से जूझ रहा है तो वहीं, प्रदेश में कर्मचारियों को दोगुनी तनख्वाह देने का मामला सामने आया है. मामला आईएफएमएस (इंटरेस्ट फ्री मेंटिनेंस सिक्युरिटी) यानी एकीकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली से जुड़ा है, जिसे कर्मचारियों की तनख्वाह, पेंशन और दूसरे भुगतान के लिए उपयोग में लाया जा रहा है. लेकिन इसमें खामियां रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. ईटीवी भारत के पास मौजूद दस्तावेज इस बात की तस्दीक कर रहे हैं.

आईएफएमएस की पहली बड़ी चूक का मामला पौड़ी जिले से है. यहां कोषागार पौड़ी द्वारा पीडब्ल्यूडी को 90 लाख की जगह 1 करोड़ 80 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया. इसके अलावा हरिद्वार में तो ऐसे दर्जनों मामले सामने आ गए हैं. यहां एसएसपी कार्यालय, 40वीं वाहिनी पीएसी, इंडिया रिजर्व बटालियन, एटीसी हरिद्वार, राज्य कर विभाग हरिद्वार, जिला बचत विभाग और जिला पूर्ति कार्यालय में दोगुने भुगतान और तनख्वाह बांट दी गई.

उत्तराखंड में होता है एक काम का डबल पेमेंट.

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वहीं, शिक्षा विभाग में तो पिछले कुछ महीनों से कर्मचारियों को दोगुनी तनख्वाह का तोहफा दिया जा रहा है. हालत ये है कि अब विभाग ही खुद चिट्ठी लिखकर कोषागार से इस भुगतान को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं. इतनी बड़ी चूक होने के बावजूद भी वित्त सचिव अमित नेगी सॉफ्टवेयर के नए होने की बात कहकर मामले को बेहद सामान्य बता रहे हैं. इसके चलते पहले भी जब आईएफएमएस में भारी गलतियां हुई थीं तो वित्त सचिव अमित नेगी भी इस प्रणाली के गड़बड़ होने की बात कहकर अधिकारियों की छुट्टियां तक कैंसिल कर चुके हैं.

बता दें कि indus web solutions pvt. Ltd. के द्वारा लगातार आईएफएमएस का काम देखा जा रहा है. लगातार इसमें गलतियां भी की जा रही है, लेकिन इस कंपनी पर अधिकारियों की मेहरबानी होने के कारण ये गलतियों को नजरअंदाज किया जा रहा है.

Intro:एक्सक्लूसिव रिपोर्ट.....


summary- कौन कहता है कि उत्तराखंड आर्थिक रूप से कमजोर है.. इस प्रदेश में तो एक काम के लिए दुगना भुगतान कर दिया जाता है यही नहीं कर्मचारियों को भी दुगनी तनख्वाह दी जा रही है.. देखिए ईटीवी भारत की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट...

आपको सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा लेकिन यह सच है कि उत्तराखंड में एक ही काम के लिए दुगना भुगतान किया जा रहा है.. यही नहीं कर्मचारियों को दुगनी तनख्वाह का तोहफा भी दिया जा रहा है.. ईटीवी भारत के पास मौजूद दस्तावेज इस बात की तस्दीक कर रहे हैं....


Body:जो कहीं नहीं हो सकता वो उत्तराखंड में होता है.. राज्य में इन दिनों एक काम का डबल पेमेंट और कर्मचारियों को दुगनी तनख्वाह बांटी जा रही है... चौंकिए मत ये सोलह आने सच है.. उत्तराखंड में एक-दो नहीं बल्कि ऐसे कई मामलों का ईटीवी भारत खुलासा करने जा रहा है जहां न केवल कर्मचारियों को दुगनी तनख्वाह दी जा रही है बल्कि एक काम के लिए दो-दो बार पेमेंट किया जा रहा है। दरअसल देशभर में जिस ऑनलाइन व्यवस्था को पारदर्शी सिस्टम के लिए उपयोग में लाया जा रहा है वही व्यवस्था उत्तराखंड में बिना काम के करोड़ों बांट रही है। मामला आईएफएमएस यानी एकीकृत वित्तीय प्रबंधन प्रणाली से जुड़ा है जिसे कर्मचारियों की तनख्वाह, पेंशन और दूसरे भुगतान के लिए उपयोग में लाया जा रहा है। आईएफएमएस की पहली बड़ी चूक का मामला पौड़ी से है जहां कोषागार पौड़ी द्वारा पीडब्ल्यूडी को 90 लाख की जगह 1 करोड़ 80 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। इसके अलावा हरिद्वार में तो ऐसे दर्जनों मामले सामने आ गए... यहां एसएसपी कार्यालय, 40 वीं वाहिनी पीएसी, इंडिया रिजर्व बटालियन, एटीसी हरिद्वार, राज्य कर विभाग हरिद्वार, जिला बचत विभाग और जिला पूर्ति कार्यालय में दुगने भुगतान और तनख्वाह बांट दी गई... यही नहीं शिक्षा विभाग में तो पिछले कुछ महीनों से कर्मचारियों को दुगनी तनख्वाह का तोहफा दिया जा रहा है। हालत यह है कि अब विभाग ही खुद चिट्ठी लिखकर कोषागार से इस भुगतान को लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं। हालांकि इतनी बड़ी चूक होने के बावजूद भी वित्त सचिव अमित नेगी सॉफ्टवेयर के नए होने की बात कहकर मामले को बेहद सामान्य सा जता रहे हैं।


बाइट अमित नेगी वित्त सचिव उत्तराखंड


यह पहला मौका नहीं है जब आईएफएमएस में भारी गलतियां हुई हो इससे पहले तो खुद अमित नेगी भी इस प्रणाली के गड़बड़ होने की बात कहकर अधिकारियों की छुट्टियां तक कैंसिल कर चुके हैं। ऐसे में सवाल यह है कि क्यों प्रणाली की गलती को छुपा कर इसे चला रही निजी कंपनी indus web solutions pvt. Ltd. को बचाया जा रहा है। 




Conclusion:indus web solutions pvt. Ltd. के द्वारा लगातार आईएफएमएस का काम देखा जा रहा है और लगातार इसमेंं भारी गलतियां भी की जा रही है लेकिन इस कंपनी पर अधिकारियों की मेहरबानी अधिकारियों की मंशा पर सवाल खड़े कर रही है। 

पीटीसी नवीन उनियाल देहरादून
Last Updated : Jul 27, 2019, 4:22 PM IST
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