देहरादून: मौसम का बदलता मिजाज लोगों की सेहत के लिये मुसीबत पैदा कर सकता है. खानपान में जरा सी लापरवाही आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती है. गर्मी के मौसम में आपके सेहत के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है डाइट का ख्याल रखना, यदि आप ठीक से डाइट का ख्याल नहीं रखेंगे तो बीमार पड़ना तय है. इस बात की तस्दीक खुद दून मेडिकल कॉलेज की ओपीडी कर रही है. जहां डायरिया,वोमिटिंग, इनडाइजेशन की शिकायत लेकर रोजाना मरीज पहुंच रहे हैं.
गर्मी के मौसम में दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों ने लोगों से डायरिया,इनडाइजेशन की समस्या से बचने और सावधानी बरतने की सलाह दी है. डॉक्टरों का कहना है कि अगर खानपान में थोड़ी सावधानी बरती जाए तो इन बीमारियों से बचा जा सकता है. वहीं दून मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर एसडी जोशी ने कहा कि तेज गर्मी में लोग जब निकलते हैं तो शरीर में पानी की कमी होने का अंदेशा बना रहता है. अधिकतर लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए कहीं से भी पानी पी लेते हैं और खुले में ठेलियों में बिकने वाले जूस को पी लेते हैं.
यही लापरवाही डायरिया और फूड प्वाइजनिंग का कारण बनती है. उन्होंने कहा कि अस्पताल की ओपीडी में उल्टी, दस्त, बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं दून अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केसी पंत ने बताया कि मौसम का बदलता मिजाज लोगों की सेहत के लिए अनुकूल नहीं है. गर्मी में खाद्य पदार्थ जल्दी खराब हो जाते हैं. जिसकी वजह से मरीज इनडाइजेशन की समस्या से ग्रसित होने के साथ ही उल्टी, दस्त, बुखार की चपेट में आ जाते हैं.
उन्होंने सलाह दी की घर का भोजन ग्रहण करें और बदलते मौसम को ध्यान मे रखते हुए संतुलित आहार ही लें. साथ ही भोजन को दो तिहाई की मात्रा मे ही लें. वहीं 6 घंटे से अधिक रखें भोजन को ग्रहण करने से बचें. वहीं गर्मी में शुद्ध पानी को ज्यादा पीना चाहिए जिससे शरीर में पानी की कमी से बचा जा सकें.
ये बरतें सावधानियां
- घर से पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ जल पीकर निकले.
- सिर को किसी कपड़े से ढक कर रखें.
- चौराहों पर बिकने वाले कटे-फटे फलों और जूसों से परहेज करें.
- घर में फ्रिज से बाहर खुले में रखी बासी चीजों का इस्तेमाल ना करें.