देहरादूनः कोरोना संकट के बीच जहां स्कूल खोलने की तैयारी चल रही है तो वहीं, अब नवंबर महीने के पहले हफ्ते से कोचिंग सेंटर खोलने की भी कवायद की जा रही है. जिला प्रशासन की मानें तो स्कूलों के लिए जारी गाइडलाइन ही कोचिंग सेंटरों पर लागू की जाएगी. वहीं, जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव का कहना है की जिस तरह की व्यवस्था स्कूलों के लिए की गई है वही व्यवस्था कोचिंग सेंटरों के लिए करने की कोशिश की जा रही है.
बता दें कि आगामी 2 नवंबर से 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए स्कूल खोले जाने हैं. जिसे लेकर शासन-प्रशासन से तैयारी पूरी की जा रही है. वहीं, अब कोचिंग सेंटर भी खोले जाने हैं. जबकि, स्कूलों को लेकर जारी एसओपी के मुताबिक स्कूल परिसर में सभी स्थानों, फर्नीचर, उपकरणों, स्टेशनरी, पानी की टंकियों, रसोई घर, कैंटीन, शौचालाय, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय की अच्छी तरह सफाई अनिवार्य होगी. पानी की टंकी की सफाई करते हुए स्कूल खुलने से एक दिन पहले स्वच्छ जल भरना होगा.
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स्कूल परिवहन में सैनिटाइजेशन किया जाएगा. जबकि, नियमित रूप से इस्तेमाल होने वाले स्कूल वाहन का दो बार सैनिटाइजेशन होगा. साथ ही छात्रों के बीच कम से कम दो गज की दूरी रहेगी. इसी तरह की व्यवस्था कोचिंग सेंटर में करने का प्रयास किया जाएगा. साथ ही कोचिंग सेंटर जाने के लिए अभिभावकों की अनुमति अनिवार्य होगी और कोविड-19 को लेकर जो गाइडलाइन है, उसका पालन करना होगा.
वहीं, जो कोचिंग सेंटर संचालक गाइडलाइन का पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, सोमवार को कोचिंग सेंटरों को खोलने की मांग को लेकर कोचिंग संचालकों ने डीएम कार्यालय में प्रदर्शन भी किया था. साथ ही चेतावनी दी थी कि अगर दो नवंबर से कोचिंग सेंटर खोलने की अनुमति नहीं मिली तो आंदोलन किया जाएगा.
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जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि अभी कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुई है, लेकिन जो स्कूल खोलने की गाइडलाइन है, उसी गाइडलाइन के अनुसार ही कोचिंग सेंटर खोलने की अनुमति दी जाएगी. साथ ही जो व्यवस्था स्कूल खोलने को लेकर है, वही व्यवस्था कोचिंग सेंटर के लिए भी प्रयास किया जा रहा है.