ऋषिकेश: राजकीय अस्पताल ऋषिकेश में इंजेक्शन लगाने को लेकर सफाई कर्मचारी और ट्रेनी फार्मासिस्ट में विवाद हो गया. शुरुआत में दोनों के बीच पहले तू-तू मैं-मैं हुई. उसके बाद नौबत गाली गलौज से लेकर हाथापाई तक पहुंच गई. ओपीडी कैंपस में हंगामा होते देख मरीज और तीमारदारों में अफरा-तफरी मच गई. इस बीच अस्पताल स्टाफ मौके पर पहुंचे और बमुश्किल से दोनों पक्षों को शांत कराया.
जानकारी अनुसार मंगलवार की सुबह सफाई कर्मचारी सचिन अपनी बीमार पत्नी को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचा. इस दौरान सचिन ने खुद को अस्पताल स्टाफ बताते हुए ट्रेनी फार्मासिस्ट को डॉक्टर द्वारा लिखे हुए इंजेक्शन पत्नी को जल्द से जल्द लगाने के लिए कहा, लेकिन फार्मासिस्ट ने संदीप को इंतजार करने के लिए कहा. जिसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया.
ये भी पढ़ें: Joshimath Sinking: 4 वार्ड अनसेफ घोषित, दरारों ने 849 मकानों को किया खोखला! ढहाए जाएंगे
दोनों के बीच विवाद पहले तू-तू मैं-मैं से शुरू हुई, जिसके बाद नौबत हाथापाई तक पहुंच गई. हंगामा हुआ तो मौके पर मौजूद मरीज और उनके तीमारदारों में अफरा-तफरी मच गई. सूचना मिलते ही अस्पताल प्रशासन मौके पर पहुंचा. किसी तरह दोनों को शांत कराया. इस बीच अस्पताल प्रशासन ने इंजेक्शन कक्ष के बाहर लगा चैनल गेट को बंद कर उस पर ताला लगा दिया.
सूचना मिलते ही सीएमएस डॉ प्रदीप चंदोला भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने दोनों पक्षों से बात की. इस दौरान उन्होंने कहा गलती मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वही, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी निरीक्षक खुशीराम पांडे ने कहा फिलहाल राजकीय चिकित्सालय की ओर से शिकायत नहीं आया है. अगर किसी भी तरह की शिकायत मिलती है तो मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.