देहरादून: उत्तराखंड में नया शिक्षा सत्र लागू होते ही निजी स्कूलों की मनमानी को लेकर शिकायतें तेज हो गई हैं. इसमें महंगी कॉपी किताबों को लेकर भी अभिभावकों की मुश्किलें बेहद ज्यादा बढ़ गई हैं. ऐसे में अब महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने अभिभावकों की इन्हीं शिकायतों को देखते हुए शिक्षा विभाग के तमाम अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. इसमें अभिभावकों से संवाद करने से लेकर नियमों का उल्लंघन करने वालों को कारण बताओ नोटिस देने तक की बातों को भी शामिल किया गया है.
उत्तराखंड में अभिभावकों की जेब पर निजी विद्यालयों की तरफ से महंगी किताबें लगाकर बेवजह बोझ डाला जा रहा है. शिक्षा विभाग को भी इसी तरह की शिकायतें अभिभावकों की तरफ से मिल रही है. लगातार तमाम स्कूलों की तरफ से पहले से तय बुक सेलर से ही किताब खरीदने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा है. जाहिर है कि अभिभावकों पर नहीं किताबों के दबाव के चलते इसकी शिकायतें शिक्षा विभाग को भी मिल रही है. शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने ऐसी शिकायतों का संज्ञान लेते हुए अधीनस्थ शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए इसका गंभीरता से संज्ञान लेने के निर्देश दिए हैं.
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महानिदेशक शिक्षा की तरफ से शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह इन स्थितियों को देखने के लिए खुद निरीक्षण पर जाएं और वस्तुस्थिति को अपने उच्चस्थ अधिकारियों को भी बताएं. इसके अलावा यह भी साफ किया गया है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी अभिभावकों से भी समन्वय में बनाएं. उनकी समस्याओं को भी सुनें. इस दौरान अभिभावकों की तरफ से दी जाने वाली शिकायतों पर भी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं. अधिकारियों को जारी आदेश में यह स्पष्ट किया गया है कि जो भी निजी विद्यालय इन शिकायतों के आधार पर गलत पाया जाता है ऐसे विद्यालयों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भी जारी किए जाए.
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बता दें नया सेशन शुरू होने के बाद से ही तमाम बुक सेलर्स पर अभिभावकों की भीड़ देखी जा सकती है. इस दौरान शिकायतें यह भी मिल रही हैं कि विद्यालयों की तरफ से महंगी किताबें लगवाई जा रही हैं. आदेश में स्पष्ट किया गया है कि हाईकोर्ट ने पूर्व में जिस तरह आईसीएसई विद्यालयों को छोड़कर बाकी निजी विद्यालयों के लिए NCERT की पुस्तकों को लगाने से जुड़े निर्देश दिए हैं. उसके आधार पर नियंता आदेशों का पालन करवायें.