देहरादून: आज नरेंद्र नगर टिहरी में जी 20 इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक शुरू हो गई है. तीन दिवसीय IWG बैठक में जी20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग 63 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. इस मौके पर विदेशी मेहमानों के लिए आयोजित रात्रि भोज का आयोजन किया गया. राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नरेंद्रनगर पहुंचकर विदेशी मेहमानों का स्वागत किया. विदेशी मेहमानों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा किसी भी देश के विकास का पैमाना उस देश का आधारभूत ढांचा ही तय करता है, यही तय करता है कि उस देश का वर्तमान और भविष्य कैसा हो.
-
आज नरेंद्र नगर, टिहरी में आयोजित #G20 इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक के दौरान देश-विदेश से पधारे मेहमानों का स्वागत किया। "वसुधैव कुटुंबकम" की थीम पर आधारित इस बैठक में साझा किए गए अनुभव तथा विचार मानवता के कल्याण, विकास और समृद्धि के मार्ग को प्रशस्त करेंगे।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
यह बैठक… pic.twitter.com/EuieHGHhIL
">आज नरेंद्र नगर, टिहरी में आयोजित #G20 इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक के दौरान देश-विदेश से पधारे मेहमानों का स्वागत किया। "वसुधैव कुटुंबकम" की थीम पर आधारित इस बैठक में साझा किए गए अनुभव तथा विचार मानवता के कल्याण, विकास और समृद्धि के मार्ग को प्रशस्त करेंगे।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 26, 2023
यह बैठक… pic.twitter.com/EuieHGHhILआज नरेंद्र नगर, टिहरी में आयोजित #G20 इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक के दौरान देश-विदेश से पधारे मेहमानों का स्वागत किया। "वसुधैव कुटुंबकम" की थीम पर आधारित इस बैठक में साझा किए गए अनुभव तथा विचार मानवता के कल्याण, विकास और समृद्धि के मार्ग को प्रशस्त करेंगे।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 26, 2023
यह बैठक… pic.twitter.com/EuieHGHhIL
सीएम धामी ने कहा आधारभूत ढांचे का पर्याय सिर्फ रेल, रोपवे, रोड आदि बनाना नहीं वरन आधारभूत ढांचे का असल मकसद आम आदमी की समस्याओं को कम करना और उसके रहन सहन को सुगम, सरल एवं सुरक्षित बनाना है. मुख्यमंत्री ने कहा पर्वतीय भौगोलिक परिस्थिति वाले राज्य का आधारभूत ढांचा मैदानी इलाकों की अपेक्षा अधिक कठिन होता है, क्योंकि पहाड़ी राज्य की इकोलॉजी और इकोनामी दोनों ही प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर रहती है. आधारभूत ढांचे में कभी कभी ऐसी परिस्थितियां भी उत्पन्न हो जाती हैं, जिसमें वनों को, प्रकृति को और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है. हमें विकास और प्रकृति के संरक्षण को एक दूसरे का पूरक बनाकर आधारभूत ढांचे के निर्माण पर ध्यान देना होगा. यह तभी संभव है जब हम “उपभोग नहीं बल्कि उपयोग“ के सिद्धांत का अनुसरण करेंगे.
![Uttarakhand G20 Meeting:](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/26-06-2023/18852079_dpa.jpeg)
सांस्कृतिक संध्या एवं संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा विश्व की सबसे बड़ी पर्वत श्रृंखला हिमालय की गोद में बसा हमारा प्रदेश उत्तराखंड, ’’देवभूमि’’ के रूप में विख्यात है. जहां यह एक ओर हरिद्वार-ऋषिकेश, गंगोत्री-यमुनोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ, जागेश्वर, पूर्णागिरि जैसे पौराणिक, आध्यात्मिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक केन्द्रों की पवित्र भूमि है, वहीं गंगा, यमुना, अलकनंदा सहित कई महान नदियों का उद्गम स्थल भी है. हमारा राज्य योग, आयुर्वेद, ध्यान का एक वैश्विक केंद्र होने के साथ-साथ प्राचीन भारतीय सभ्यता का प्रतीक भी है.
![Uttarakhand G20 Meeting:](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/26-06-2023/18852079_vt.jpeg)
पढे़ं- जी 20 की IWG बैठक के लिए उत्तराखंड पहुंचे विदेशी मेहमान, हुआ ग्रैंड WELCOME
मुख्यमंत्री ने कहा इस वर्ष के जी-20 की थीम एक पृथ्वी एक परिवार और एक भविष्य है, जो मूल रूप से भारतीय संस्कृति द्वारा विश्व को दिए गए सिद्धांत “वसुधैव कुटुंबकम“ पर आधारित है, जिसका अर्थ है “समस्त विश्व एक परिवार है“. मुख्यमंत्री ने कहा जी-20 की यह विशेष इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक, हमारी सनातन संस्कृति की इसी मूल अवधारणा को पुष्पित व पल्लवित करने में सहायक सिद्ध होगी.मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है. हमने 150 मिलियन से अधिक लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए लगभग 40 मिलियन घर दिए हैं, जो ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या का लगभग 6 गुना है. मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि यह बैठक जहां एक ओर विश्व के आधारभूत ढांचे के विकास के लिए क्या-क्या किया जा सकता है, उस पर विचार करेगी, वहीं दूसरी ओर पहाड़ी राज्यों की विशिष्ट स्थितियों का आंकलन कर एक विस्तृत रूपरेखा तय करने में भी समर्थ होगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा उन्होंने हमारे छोटे से राज्य को जी-20 की तीन बैठकों का आयोजन करने का अवसर प्रदान किया.
![Uttarakhand G20 Meeting:](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/26-06-2023/18852079_cvc.jpeg)
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में आयोजित जी-20 सम्मेलन की इस बैठक में जो अनुभव तथा विचार साझा किए जा रहे हैं, वे समस्त वैश्विक मानवता के कल्याण, विकास और समृद्धि के मार्ग को प्रशस्त करेंगे. “वसुधैव कुटुंबकम“ की भावना को और अधिक मजबूत करेंगे. आप सभी को यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित होने का भी अवसर प्रदान करने में सहायक होगा.