देहरादून: शहर के बीचोंबीच घंटाघर के एक किलोमीटर के दायरे में बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए खुद डीआईजी अरुण मोहन जोशी अपने पूरे तंत्र के साथ सड़क पर उतर कर व्यवस्था बनाने में जुटे हैं. घंटाघर के आसपास मुख्य मार्गों पर वन-वे ट्रैफिक लागू करने को लेकर शनिवार सुबह व्यापारियों ने विरोध में दुकानें बंद कर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला. हालांकि कुछ देर बाद व्यापारियों ने राजपुर विधायक खजान दास क आश्वासन के बाद सोमवार तक के लिए अपने प्रदर्शन को स्थगित कर दिया.
डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि किसी भी व्यवस्था को सुधार करने में कई तरह के विरोध सामने आते हैं, लेकिन इसमें जनहित को देखते हुए विरोध के बावजूद ट्रैफिक व्यवस्था राहत भरा करना अब बेहद जरूरी हो गया है. देहरादून जैसे शहर में 12 लाख से अधिक स्थानीय वाहनों के रजिस्ट्रेशन और उस से 4 गुना अधिक बाहर से आने वाले वाहनों के जाल को व्यवस्थित ढंग से करना आवश्यक हो गया है.
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ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि घंटा घर के आस-पास वन वे-ट्रैफिक करने से भले ही राहगीरों को थोड़ा लंबा चलना पड़ रहा है, लेकिन खस्ताहाल और दिनभर के ट्रैफिक जाम से निजात पाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से व्यवस्था पर कार्य करना जरूरी है. इसी के चलते पुलिस का पूरा फोकस देहरादून की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारना पर है.