देहरादून: राजधानी में कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने से बड़ी चुनौती यातायात व्यवस्था को सुचारू करने की है. हालांकि अब तक इस पर कई दावे किए जाते रहे हैं. लेकिन हकीकत यह है कि पुलिस महकमा अपने मुख्यालय के बाहर की यातायात व्यवस्था को भी बेहतर कर पाने में फिसड्डी साबित रहा है. ऐसे में अब यातायात की समस्या का समाधान निकालने की शुरुआत नए डीजीपी अभिनव कुमार ने अपने ही मुख्यालय से की है. यहां पुलिस महकमा पार्किंग के नए प्लान के साथ विकल्प तलाशने की कोशिशों में जुट गया है.
पुलिस मुख्यालय की सड़क पर लगता है जाम: देहरादून में सचिवालय से सटे पुलिस मुख्यालय की सड़क यातायात को लेकर भारी अव्यवस्थाओं से पटी दिखाई देती है. इसकी बड़ी वजह पुलिस मुख्यालय के पास पार्किंग की व्यवस्था ना होना है. इसीलिए अक्सर पुलिस विभाग की गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी कर दी जाती हैं. इसके कारण कई बार जाम की स्थिति भी बन जाती है. खास बात यह है कि पुलिस मुख्यालय के एक तरफ देहरादून का जाना माना स्कूल है. दूसरी तरफ सचिवालय है. ऐसे में इस VIP मूवमेंट वाली सड़क पर गाड़ियों का भारी दबाव रहता है.
पुलिस मुख्यालय से ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की कवायद: दिक्कत तब और भी बढ़ जाती है जब पुलिस मुख्यालय में बैठकों का दौर शुरू होता है. जिले के अधिकारी भी मुख्यालय इन बैठकों में शामिल होने के लिए आते हैं. इस स्थिति में इस सड़क पर पुलिस की गाड़ियों का भारी अमला सड़क पर ही खड़ा कर दिया जाता है. जाहिर है कि हाल ही में पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी संभालने वाले अभिनव कुमार के लिए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करवाना एक बड़ी चुनौती है. लेकिन जब अपने कार्यालय में ही यातायात व्यवस्था ढर्रे पर ना हो तो शहर की व्यवस्था को सुधारने की बात तो बेमानी ही लगती है. शायद इसी बात को समझते हुए पुलिस महानिदेशक मुख्यालय में पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं.
मल्टी लेवल पार्किंग बनाने की योजना: खबर है कि इस मामले पर अब पुलिस महानिदेशालय पार्किंग तैयार करने को लेकर प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिसमें मल्टी लेवल पार्किंग बनाये जाने की योजना है. यदि ये योजना परवान चढ़ती है तो पुलिस मुख्यालय के सामने वाली रोड पर गाड़ियों का भारी दबाव कुछ काम हो सकेगा. वैसे तो पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार की तरफ से यातायात को लेकर पहला प्रयास अपने कार्यालय से ही शुरू कर दिया गया है. लेकिन तैनाती लेने के बाद पुलिस मुख्यालय में इसके अलावा भी कुछ दूसरे बदलाव दिखाई देने लगे हैं. मसलन पहले भी अभिनव कुमार की जिम्मेदारी को लेने में कामयाब रहने वाले ADG अमित सिन्हा का बोर्ड अब DGP के पुराने कार्यालय पर लग चुका है. यानी पहले अभिनव कुमार की जगह खेल विभाग की जिम्मेदारी उन्हें मिली. अब उनका कमरा भी उन्हें अलॉट कर दिया गया है.
टीम वर्क पर ध्यान दे रहे नए डीजीपी अभिनव कुमार: खबर ये भी है कि डीजीपी की कमान संभालते ही अभिनव कुमार ने सभी के साथ समन्वय बनाते हुए आगे बढ़ने का फैसला लिया है. इस कड़ी में अपने समकक्ष अधिकारियों से तमाम सुझाव लेने के साथ ही वह पुलिस विभाग के तमाम फैसलों को अंतिम मोहर लगा रहे हैं. पूर्व में पुलिस मुख्यालय के अंतर्गत अधिकारियों को लेकर समन्वय की कमी की चर्चाओं के बीच डीजीपी अभिनव कुमार के इस कदम की सराहना भी हो रही है. हालांकि देखना होगा कि उनके यह फैसले विभिन्न समस्याओं के समाधान में कितने कारगर साबित होते हैं.
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