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करोड़ों का चूना लगाने वाला दिल्ली पुलिस का बर्खास्त सिपाही अरेस्ट, गर्लफ्रेंड के साथ बॉर्डर को बनाया था ठिकाना

दिल्ली पुलिस का एक बर्खास्त सिपाही फाइनेंस कंपनी खोलकर देहरादून में लोगों को ठगने लगा. जब उसकी पोल खुली तो वो भाग गया. चार साल से फरार चल रहे 50 हजार के इस भगोड़े को आखिर कानून के लंबे हाथ बांग्लादेश बॉर्डर से पकड़ लाए. बांग्लादेश बॉर्डर पर जोगिंदर सिंह नाम का आर्थिक अपराधी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ ऑनलाइन शेयर और क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग का काम कर रहा था.

Joginder Singh arrested
देहरादून अपराध समाचार
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Published : Jun 17, 2023, 3:06 PM IST

Updated : Jun 17, 2023, 4:41 PM IST

फर्जी फाइनेंस कंपनी वाला ठग गिरफ्तार

देहरादून: एसटीएफ की टीम ने 4 साल से फरार चल रहे 50 हजार रुपए के इनामी आरोपी को बांग्लादेश बॉर्डर के पास कोलकाता से गिरफ्तार किया है. आरोपी दिल्ली पुलिस का बर्खास्त सिपाही भी था. इस वजह से उसे मालूम था कि पुलिस कैसे काम करती है और किस तरह पुलिस को चकमा दिया जा सकता है. इन्हीं कारणों से पुलिस को आरोपी को ढूंढने में 4 साल लग गए.

जोगिंदर ने ऐसे किया था घपला: बता दें 2019 में रायपुर पुलिस द्वारा कंपनी ने छापा मारकर इसके 7 साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोपी ने थाना रायवाला क्षेत्र में एयरवेज इंटरप्राइजेज नाम की एक फर्जी फाइनेंस कंपनी खोली थी. इसमें जनता को 15 दिनों में किश्तों के आधार पर डेढ़ गुना पैसा वापस करने का लालच देकर कंपनी में निवेश करने का लालच दिया गया था. कई लोग आरोपी की बातों में आ गए और अपना काफी सारा पैसा इसकी फर्जी कंपनी में निवेश कर दिया. जिसके बाद यह पूरा पैसा लेकर फरार हो गया था.

Joginder Singh arrested
जोगिंदर सिंह शातिर अपराधी है

15 दिन में डेढ़ गुना मुनाफे का दिया था झांसा: जोगिंदर सिंह के 7 साथी भी एयरवेज इंटरप्राइजेज नाम की फर्जी कंपनी में काम करते थे. ये लोगो को मोटा मुनाफा देने का लालच देते थे. कम समय में अधिक मुनाफे के लालच में आकर लोगों ने इनके 15 दिन की किस्त में डेढ़ गुना पैसा मिलने वाली स्कीम में पैसा इनवेस्ट कर दिया. जब इनकी पोल खुली तो 10 अगस्त 2019 को थाना रायपुर पुलिस द्वारा इनकी फर्जी कंपनी पर छापा मारकर 07 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था. साथ ही 01 जनवरी 2020 को सातों आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया गया. जिसके बाद भी मुख्य आरोपी जोगिंदर फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
ये भी पढ़ें: 30 लाख की स्मैक के साथ नशा तस्कर शहजाद गिरफ्तार, गैंग का सप्लायर शराफत अली भी पकड़ा गया

बांग्लादेश बॉर्डर पर गर्लफ्रेंड के साथ पकड़ा गया: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि अपनी टीमों को उत्तराखंड राज्य के टॉप इनामी अपराधियों की सूची बनाकर इन पर ठोस तरीके से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसके तहत फरार आरोपी जोगिन्दर सिंह निवासी रोहतक हरियाणा जिस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित है. उसकी गिरफ्तारी के संबंध में अपराधियों के गृह राज्य हरियाणा, दिल्ली और बिहार में टीमों को रवाना किया गया. टीमों द्वारा संयुक्त रूप से जानकारी मिली की इनामी अपराधी पश्चिम बंगाल में कहीं रह रहा है. इस पर एसटीएफ की टीम को पश्चिम बंगाल रवाना किया गया.

दिल्ली पुलिस से बर्खास्त हुआ था जोगिंदर: टीम के सदस्यों ने वहीं रहकर इनामी अपराधी जोगिंदर सिंह का पता लगाकर बांग्लादेश बॉर्डर हाबड़ा, पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया. अपराधी जोगिंदर, हाबड़ा में अपनी महिला मित्र के साथ रह रहा था. जोगिंदर की महिला मित्र पश्चिम बंगाल की ही रहने वाली है. आरोपी ऑनलाइन शेयर और क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग का कार्य कर रहा था. आरोपी दिल्ली पुलिस में सिपाही था. उसे लगभग 20-25 साल पहले गलत कार्यों के कारण दिल्ली पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था.

फर्जी फाइनेंस कंपनी वाला ठग गिरफ्तार

देहरादून: एसटीएफ की टीम ने 4 साल से फरार चल रहे 50 हजार रुपए के इनामी आरोपी को बांग्लादेश बॉर्डर के पास कोलकाता से गिरफ्तार किया है. आरोपी दिल्ली पुलिस का बर्खास्त सिपाही भी था. इस वजह से उसे मालूम था कि पुलिस कैसे काम करती है और किस तरह पुलिस को चकमा दिया जा सकता है. इन्हीं कारणों से पुलिस को आरोपी को ढूंढने में 4 साल लग गए.

जोगिंदर ने ऐसे किया था घपला: बता दें 2019 में रायपुर पुलिस द्वारा कंपनी ने छापा मारकर इसके 7 साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था. आरोपी ने थाना रायवाला क्षेत्र में एयरवेज इंटरप्राइजेज नाम की एक फर्जी फाइनेंस कंपनी खोली थी. इसमें जनता को 15 दिनों में किश्तों के आधार पर डेढ़ गुना पैसा वापस करने का लालच देकर कंपनी में निवेश करने का लालच दिया गया था. कई लोग आरोपी की बातों में आ गए और अपना काफी सारा पैसा इसकी फर्जी कंपनी में निवेश कर दिया. जिसके बाद यह पूरा पैसा लेकर फरार हो गया था.

Joginder Singh arrested
जोगिंदर सिंह शातिर अपराधी है

15 दिन में डेढ़ गुना मुनाफे का दिया था झांसा: जोगिंदर सिंह के 7 साथी भी एयरवेज इंटरप्राइजेज नाम की फर्जी कंपनी में काम करते थे. ये लोगो को मोटा मुनाफा देने का लालच देते थे. कम समय में अधिक मुनाफे के लालच में आकर लोगों ने इनके 15 दिन की किस्त में डेढ़ गुना पैसा मिलने वाली स्कीम में पैसा इनवेस्ट कर दिया. जब इनकी पोल खुली तो 10 अगस्त 2019 को थाना रायपुर पुलिस द्वारा इनकी फर्जी कंपनी पर छापा मारकर 07 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था. साथ ही 01 जनवरी 2020 को सातों आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया गया. जिसके बाद भी मुख्य आरोपी जोगिंदर फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था.
ये भी पढ़ें: 30 लाख की स्मैक के साथ नशा तस्कर शहजाद गिरफ्तार, गैंग का सप्लायर शराफत अली भी पकड़ा गया

बांग्लादेश बॉर्डर पर गर्लफ्रेंड के साथ पकड़ा गया: एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि अपनी टीमों को उत्तराखंड राज्य के टॉप इनामी अपराधियों की सूची बनाकर इन पर ठोस तरीके से कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. जिसके तहत फरार आरोपी जोगिन्दर सिंह निवासी रोहतक हरियाणा जिस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित है. उसकी गिरफ्तारी के संबंध में अपराधियों के गृह राज्य हरियाणा, दिल्ली और बिहार में टीमों को रवाना किया गया. टीमों द्वारा संयुक्त रूप से जानकारी मिली की इनामी अपराधी पश्चिम बंगाल में कहीं रह रहा है. इस पर एसटीएफ की टीम को पश्चिम बंगाल रवाना किया गया.

दिल्ली पुलिस से बर्खास्त हुआ था जोगिंदर: टीम के सदस्यों ने वहीं रहकर इनामी अपराधी जोगिंदर सिंह का पता लगाकर बांग्लादेश बॉर्डर हाबड़ा, पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया. अपराधी जोगिंदर, हाबड़ा में अपनी महिला मित्र के साथ रह रहा था. जोगिंदर की महिला मित्र पश्चिम बंगाल की ही रहने वाली है. आरोपी ऑनलाइन शेयर और क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग का कार्य कर रहा था. आरोपी दिल्ली पुलिस में सिपाही था. उसे लगभग 20-25 साल पहले गलत कार्यों के कारण दिल्ली पुलिस से बर्खास्त कर दिया गया था.

Last Updated : Jun 17, 2023, 4:41 PM IST
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