देहरादून: रुड़की के जलालपुर में हनुमान जयंती पर हुई हिंसा (Violence on Hanuman Jayanti in Jalalpur) को लेकर नाराज विपक्षी विधायकों के प्रतिनिधिमंडल (Delegation of Opposition MLAs) ने डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात की और एसएसपी पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया. इस दौरान बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद ने कहा हरिद्वार में क्राइम का राज है. साथ ही हिंसा मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की मांग (Demand for formation of SIT) की है.
बता दें कि 16 अप्रैल हनुमान जयंती के मौके पर जलालपुर में दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प (Violent clash between two sides in Jalalpur) हुई थी. विपक्ष का आरोप है कि मामले में पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई कर रही है. जिसको लेकर आज विपक्षी विधायकों का प्रतिनिधिमंडल डीजीपी अशोक कुमार से मिला (Delegation of MLAs met DGP Ashok Kumar). इस दौरान कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह, कांग्रेस विधायक ममता राकेश, अनुपमा रावत, बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद और हरिद्वार खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जताई.
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विधायक प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी से दोनों तरफ से हुए अपराध पर मुकदमा दर्ज कर निष्पक्ष जांच करने की मांग की. विधायकों ने आरोप लगाया कि पुलिस सत्ताधारी पार्टी के दबाव में आकर एकपक्षीय कार्रवाई करने में जुटी है. जबकि, दूसरे पक्ष की कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है.
खानपुर विधायक उमेश कुमार (Khanpur MLA Umesh Kumar) ने कहा कानून सबके लिए बराबर है. अपराध दोनों ही तरफ से हुए हैं जबकि, स्थानीय पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है. ऐसे में उन्होंने डीजीपी से मामले में दोनों तरफ से एफआरआई दर्ज कर निष्पक्ष कार्रवाई करने के लिए एसआईटी गठित करने की मांग की है.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल हरिद्वार ग्रामीण से बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद (BSP MLA Mohammad Shahzad) ने कहा कि हरिद्वार में क्राइम का राज (crime in Haridwar) है. एसएसपी किसी की सुनवाई नहीं करते और ना ही वह किसी के संपर्क में रहते हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि जनपद में एसएसपी है ही नहीं. यही कारण रहा कि वहां किसी तरह की कोई सुनवाई ना होने के चलते उन लोगों को बीजेपी के शरण में न्याय के लिए आना पड़ा.
विधायक शहजाद ने कहा कि अगर पुलिस मुख्यालय में भी इसकी सुनवाई नहीं होती तो अगली बार वह पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना देने को मजबूर होंगे. इतना ही नहीं विधायक शहजाद ने यह भी आरोप लगाया कि हरिद्वार में परमिट के आधार पर क्राइम करवाया जा रहा है. ऐसे में सत्ताधारी पार्टी के दबाव में पुलिस सुनवाई करने को भी तैयार नहीं है.