देहरादून: विजिलेंस की कार्रवाई के बाद देहरादून आरटीओ में डर का माहौल बना हुआ है. भ्रष्टाचार को खत्म करने और काम में पारदर्शिता लाने के लिए आरटीओ रोज नए-नए नियम लागू कर रहा है. वहीं, बुधवार को देहरादून आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई ने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया.
वहीं, निरीक्षण के दौरान आरटीओ ने अधिकारियों को ड्यूटी में लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत भी दी. इस दौरान आरटीओ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द ही कार्यालय में पीआरओ केबिन बनाया जाए, ताकि सीनियर सिटीजन और विकलांग को किसी तरह की कोई परेशानी न हो सके.
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आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि विभाग लोगों को अच्छी सर्विस नहीं दे पा रहा है. विभाग 2004 की मैनपावर के हिसाब से काम कर रहा है. लेकिन तब से अबतक विभाग पर काम को लोड दस गुना बढ़ चुका है, लेकिन विभाग के पास उस हिसाब से मैनपावर नहीं है. साथ ही उन्होंने बताया कि विभाग में कुछ पुराने कर्मचारी ऐसे है जिन्हें कंप्यूटर की ज्यादा जानकारी नहीं है. ऐसे में विभाग कोशिश कर रहा है कि जिस काउंटर पर अधिक काम है वहां नए कर्मचारियों को बैठाया जाएगा. जिससे काम जल्द से जल्द निपटा जाए.
वहीं, विभाग ने अब निर्णय लिया है कि दोपहर दो बजे के बाद कोई भी आवेदन नहीं लिया जाएगा. इसके अलावा आरटीओ में एक पीआरओ अधिकारी को बैठाने पर विचार किया जा रहा है. आवेदनकर्ता पीआरओ काउंटर पर जाकर अपनी परेशानी बता सकते हैं. साथ ही कभी-कभी इस काउंटर में एआरटीओ और आरटीओ भी जनता की समस्याओं को सुनने का काम करेंगे.
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बता दें कि हाल ही में एक शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने देहरादून आरटीओ में छापा मारा था. इस दौरान टीम ने देखा था कि आरटीओ सहायक की कुर्सी पर दो दलाल बैठे हुए थे. जिन्हें विजिलेंस ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. इस मामले में पुलिस ने आरटीओ सहायक को भी गिरफ्तार किया. इस कार्रवाई के बाद विभाग संर्तक हो गया और आरटीओ में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए अधिकारी रोज नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं.