देहरादून: थाना रायपुर पुलिस ने डेढ़ किलो चरस के साथ दो आरोपियों को अरेस्ट किया हैं. आरोपियों के पास से डेढ़ किलो चरस बरामद हुआ है. चरस की कीमत करीब साढ़े सात लाख बताई जा रही है. पकड़े गए आरोपियों की पहचान सुरेश पंवार और विपिन निवासी उत्तरकाशी के रूप में हुई है. दोनों तस्कर देहरादून में चरस बेचने के लिए आये थे. जिनको मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने धर दबोचा.
पुलिस दोनों का आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है. साथ ही पुलिस जांच कर रही है कि उत्तरकाशी से दोनों आरोपियों ने कहां से चरस खरीदी और देहरादून में किन-किन को सप्लाई करने वाले थे. सीओ अनिल जोशी ने कहा कि पूरा धंधा ऑनलाइन चल रहा था. तस्कर व्हाट्सएप कॉल कर चरस की सप्लाई करते थे. दोनों आरोपी उत्तरकाशी से देहरादून में चरस सप्लाई करते थे.
थाना रायपुर क्षेत्र में नशा तस्करों को चिह्नित कर डाटा तैयार किया जा रहा है. साथ ही नशा करने वालों की सप्ताह में दो बार काउंसलिंग की जा रही है. जिसकी वजह से पुलिस को नशा करने वालों से चरस तस्करों के बारे में जानकारी मिली. पुलिस को पता चला कि कुछ तस्कर उत्तरकाशी की बड़कोट से भारी मात्रा में चरस सप्लाई करते हैं.
पुलिस ने बताया कि ड्रग पैडलरों बातचीत के लिए व्हाट्सएप कॉल का प्रयोग करते हैं. ताकि पुलिस उनकी कॉल डिटेल ट्रेस न कर पाए. सूचना पर थाना रायपुर पुलिस ने सुरेश पंवार और विपिन सिंह को डेढ़ किलो चरस के साथ शांति विहार तिराहा से गिरफ्तार किया. पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ कर कई जानकारियां प्राप्त की.
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नेहरू कॉलोनी थाना सीओ अनिल जोशी ने बताया कि आरोपियों के क्षेत्र में भांग की खेती की जाती है. जिससे वो चरस तैयार कर देहरादून में कई स्थानों पर सप्लाई करते है. पुलिस से बचने के लिए ये लोग व्हाट्सएप कॉल का प्रयोग करते है. साथ ही चरस खरीदने वाले व्यक्ति को अपनी जानकारी नहीं देते थे.
चरस तस्कर ग्राहकों को अपने आने और रुकने के स्थान, मोबाइल नंबर की जानकारी नहीं देते थे. देहरादून में चरस बेचने पर तस्करों को कई अच्छी खासी कीमत आसानी से मिल जाती थी. यह बस्तियों में मजदूरों और नशा करने वालों को स्मैक बेचते थे. दोनों आरोपियों ने अन्य ड्रग्स पैडलर के संबंध में जानकारी दी है.