देहरादून: अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी संचालक के घर हुई लाखों की लूटकांड का खुलासा हो गया है. लूटकांड के मास्टरमाइंड बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) से बर्खास्त असिस्टेंट कमांडेंट वीरेंद्र उर्फ ठाकुर साहब को गिरफ्तार कर लिया गया है. देहरादून पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड समेत पांच आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से लाखों की नकदी व कीमती सामान बरामद हुआ है. अभी भी तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक देहरादून में पीरू नाम का नाई गिरोह के लिए रेकी करता था. पीरू ही गिरह के मास्टरमाइंड ठाकुर साहब को लूट से पहले सारी जानकारी देता था. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो दिल्ली से देहरादून ईंट भट्टा व्यापारी और बिल्डर राकेश भत्ता के घर डकैती डालने आए थे. वारदात की रात सभी बदमाश बीजेपी विधायक का नाम लेकर घर भी गए थे, लेकिन उस दिन भत्ता के घर काफी लोग थे. इसलिए इन्होंने भत्ता के घर डकैती डालने का अपना प्लान कैंसिल कर दिया था.
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इसके बाद तभी पीरू ने बदमाशों को अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के संचालक आरपी ईश्वरन के बारे में बताया. जिसके बाद बदमाशों ने ईश्वरन के घर डकैती डाली. पूछताछ में ठाकुर साहब ने पुलिस को बताया कि उसने इसी साल मई माह में देहरादून में एक करोड़ 39 लाख रुपए की लूट का वारदात को अंजाम दिया था.
ऐसे बनी थी लूट की योजना
इस गिरोह के सदस्य मोहम्मद अदनान ने पुलिस को बताया कि ठाकुर साहब के साथ पांचों आरोपी चोरी की कार से 22 सितंबर की सुबह 10 बजे देहरादून पहुंचे थे. देहरादून में पांचों आरोपी नाई पीरू के घर रुके. उसी दिन शाम को पांचों पीरू के साथ बिल्डर राकेश भत्ता के घर पहुंचे. पीरू दूर से ही घर दिखाकर वहां से चला गया था. योजना के मुताबिक उन्होंने भत्ता के घर पहुंचकर उनकी पत्नी से बताया कि उन्हें बीजेपी विधायक ने भेजा है. उन्हें राकेश भत्ता से घर बनवाना है, लेकिन उस दौरान घर में काफी लोग मौजूद थे. इसलिए उन्होंने अपना प्लान कैंसिल कर दिया.
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सभी दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन ठाकुर ने बोला कि पीरू ने एक और घर की रैकी की है, जो अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी संचालक आरपी ईश्वरन का घर है. उन्होंने अपना प्लान बदला और रात को करीब 9.30 बजे वो आरपी ईश्वरन के घर पहुंचे, जहां उन्होंने हथियारों के बल पर घर में लूटपाट की. इस वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी 25 सितंबर तक देहरादून में ही रहे और 26 सितंबर को दिल्ली वापस गए. इस दौरान गिरोह के सभी सदस्यों ने लूट का माल आपस में बांट लिया था.
पकड़े गए आरोपी
मास्टरमाइंड वीरेंद्र सिंह उर्फ ठाकुर साहब निवासी छतरपुर थाना मैदान गढ़ी दिल्ली (साल 2000 में रिश्वतखोरी के मामले में बीएसएफ से बर्खास्त), मोहम्मद अदनान निवासी नई दिल्ली, मुजिबबर रहमान उर्फ पीरु (नाई मुखबिर ) निवासी देहरादून, फिरोज पुत्र शहाबुद्दीन निवासी रघुवीर नगर नई दिल्ली, फुरकान पुत्र मुस्ताक निवासी हरिद्वार. पुलिस को आरोपियों के पास भारी मात्रा में चोरी का माल बरामद हुआ है.