देहरादून: राजधानी देहरादून के कई ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी शहर से जोड़ने वाली लाइफलाइन सड़कों का निर्माण नहीं हो पाया है. जो अपनी बदहाली की कहानी बयां कर रही हैं. ऐसा ही तस्वीर देहरादून के प्रेमनगर के नजदीक ग्रामीण क्षेत्र पितांबरपुर का हाल है. जहां सालों से गांव से शहर को जोड़ने वाली सड़क नहीं बन पाई. जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इस मार्ग को लेकर विभाग की कारस्तानी भी सामने आई है, जिसको लेकर स्थानीय लोग मुखर हो गए हैं. देखिए ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...
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मॉनसून के मौसम में आए दिन पितांबरपुर गांव की खस्ताहाल सड़क पर बच्चों से लेकर बुजुर्ग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. इसके बाद भी स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर संबंधिक विभाग लापरवाह बना हुआ है. सड़क की परेशानी से जूझ रहे पितांबरपुर के ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण का बजट काफी समय से आ चुका है, लेकिन निर्माण सिर्फ कागजों में दिखाया जा रहा है.
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कागजों में रोड तैयार
ग्रामीणों की मानें तो वर्तमान समय में पितांबरपुर के मुख्य मार्ग को लेकर सबसे हैरानी की बात ये है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों और संबंधित विभाग द्वारा इस मार्ग को कागजों में निर्माण होने का दावा पेश कर बजट देने वाले विश्व बैंक को वित्तीय सहायता के लिए धन्यवाद भी दिया है.
जबकि धरातल पर कोई रोड बनी ही नहीं है. ऐसे में ईटीवी भारत ने जब इस विषय में पितांबरपुर गांव पहुंचकर सड़क की हालत को जानने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने बताया कि वो सालों से सड़क की समस्या से जूझ रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ गांव के प्रवेश स्थल पर विभाग द्वारा एक छोटे से मार्ग पर सीसी कार्य कर उसे रोड निर्माण दिखाया गया है. इतना ही नहीं कागजों में पूरे गांव की सड़क निर्माण सीसी रोड के रूप में दिखाकर जनप्रतिनिधियों द्वारा वित्तीय सहायता देने वाली संस्था विश्व बैंक को धन्यवाद भी दे दिया गया है.
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हो चुकी हैं कई दुर्घटनाएं
पितांबरपुर गांव की खस्ताहाल सड़क निर्माण को कागजों में दिखाने के मामले में ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि यहां आए दिन दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. बरसात में सड़क की स्थिति इतनी दयनीय हो जाती है कि बच्चे स्कूल नहीं जा पाते. लेकिन क्षेत्रीय विधायक से लेकर स्थानीय पार्षद तक कोई भी इसकी सुध नहीं ले रहा है.
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पाइप लाइन बिछाने से सड़क हुई बर्बाद
वहीं पितांबरपुर के लोगों का कहना है कि सड़क का निर्माण सालों से नहीं हुआ है. हालांकि साल 2020 दिसंबर से नई पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था. जिसकी वजह से पूरे गांव की रोड में खुदाई की गई. जिसके चलते आवाजाही की समस्या और ज्यादा बढ़ गई है. लेकिन सड़क का निर्माण कहीं दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है. ग्रामीणों की मानें तो बजट काफी समय से गांव की सड़क के लिए आ चुका है, लेकिन निर्माण कार्य सिर्फ कागजों में पूरा किया गया है.