देहरादून: गुजरात और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर नगर निगम देहरादून ऐसा बाजार बनाएगा, जिसमें सिर्फ महिलाएं दुकानदार होंगी. इसके लिए जल्द ही चयन करके वेंडिंग जोन बनाने की बात कही जा रही है. इसमें स्वयं सहायता समूह की महिला उद्यमियों को वरीयता दी जाएगी. साथ ही दुकानें बाकी रहने पर अन्य समूहों को भी मौका दिया जायेगा. नगर निगम का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से उत्पाद बनाने वाली महिलाओं को बाजार उपलब्ध कराना है.
बता दें कि देहरादून में कई ऐसी महिला उद्यमी और महिला सहायता समूह हैं, जो अपने उत्पाद तैयार करते हैं, लेकिन उन्हें बाजार उपलब्ध नहीं हो पाता. इस कारण उनके उत्पाद ज्यादा नहीं बिकते हैं. साथ ही प्रचार-प्रसार भी नहीं हो पा रहा है. कई ऐसी महिलाएं भी हैं जो अपनी आर्थिकी चलाने के लिए स्वरोजगार शुरू करना चाहती हैं.
मेयर सुनील उनियाल गामा (Mayor Sunil Uniyal Gama) ने बताया कि छत्तीसगढ़ में मेयर काउंसलिंग की एक बैठक थी. उसमें देशभर से करीब 52 मेयर ने हिस्सा लिया था. सभी मेयर ने अपने-अपने प्रदेश और शहरों में क्या-क्या नगर निगम के माध्यम से काम हो रहे है, उसकी चर्चा की थी. कुछ काम ऐसे थे जो सभी को अच्छे लगे. जैसे महिला बाजार है. छत्तीसगढ़ और गुजरात में ऐसे बाजार लग रहे हैं. इन प्रदेश में महिलाओं के लिए ही दुकान आवंटित की गई हैं, तो उससे स्वरोजगार के लिए आगे बढ़ीं हैं.
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ट्रैफिक पुलिस देहरादून की अनोखी पहल: वाहन पर डायलॉगबाजी लिखकर संचालित किया तो वाहनों पर रोड सेफ्टी का स्लोगन लगा दिया जाएगा. साथ ही यातायात पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर इस तरह के स्लोगन की गाड़ी दिखाई देती है तो उसकी फोटो ट्रैफिक कन्ट्रोल के नंबर 7579278154 पर वॉह्सएप पर या उत्तराखंड पुलिस एप पर ट्रैफिक आई सिलेक्ट कर भेज सकते हैं.
एसपी ट्रैफिक अक्षय कौड़े ने कि शहर में संचालित ऐसे वाहन जिन पर पापा की परी, मेरे बाप की रोड, रोक सके तो रोक लो आदि डायलॉग लिखकर यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. जिस पर एसपी ट्रैफिक द्वारा विशेष अभियान के तहत यातायात पुलिस द्वारा ऐसे वाहनों को चिन्हित कर Road Safety awareness Slogan में परिवर्तित किया जा रहा है. यातायात पुलिस की यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी.